राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में टिड्डियों के हमले का मामला सामने आया है। रबी फसलों पर इन टिड्डियों के हमले के चलते किसान परेशान हैं। श्रीगंगानगर में खेतों में गुलाबी रंग के टिड्डियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
रविवार को हुए टिड्डियों के ताज़ा हमले में कई हेक्टेयर की फसल नष्ट हो गई है। ऐसा माना जा रहा है यह टिड्डी कीट सऊदी अरब की तरफ से भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान से होते हुए भारतीय सीमावर्ती राज्य में पहुंचे हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान के सीमावर्ती ज़िले राजस्थान पर सबसे व्यापक असर देखने को मिल रहा है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार जैसलमर, बाड़मेर, जोधपुर, चुरू और नागौर सहित राजस्थान एक पश्चिमी जिलों में लगभग 3.5 लाख हेक्टेयर की फसल को इन टिड्डियों ने नष्ट कर दिया है।
राजस्थान के उत्तर पश्चिमी जिलों में फसलों पर टिड्डियों का हमला। श्रीगंगानगर सबसे ज़्यादा प्रभावित। किसान कीट हमले से परेशान। #Locust #agriculture #Rajasthan pic.twitter.com/ly5VKVoBkP
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राजस्थान में पिछले 8 महीनों से इसी तरह से टिड्डियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार टिड्डी फसलों रस चूस लेते हैं जिससे फसल सूख कर नष्ट हो जाती है। माना जा रहा है कि इनका हमला इतना ज़बरदस्त है कि महज़ आधे घंटे में ही कई सौ हेक्टेयर की फसल को तबाह कर सकते हैं।
English Version: Locust attack in Rajasthan destroys standing crops, some spotted in Punjab as well
टिड्डियों के हमले से खेतों में खड़ी फसल को बचाने के लिए किसान कई उपाय कर रहे हैं। खेतों के पास तेज़ आवाज़ में गाने बजाकर, बर्तन पीटकर और बिना साइलेंसर के ट्रैक्टर चलाकर किसान अपनी तरफ से प्रयास कर रहे हैं लेकिन इससे कोई लाभ होता नज़र नहीं आ रहा है। यही नहीं लकड़ियाँ जलाकर भी भगाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ है।
राजस्थान के उत्तर पश्चिमी जिलों में फसलों पर टिड्डियों का हमला। श्रीगंगानगर सबसे ज़्यादा प्रभावित। किसान कीट हमले से परेशान। #Locusts #LocustInvasion #Rajasthan pic.twitter.com/dwIISxP6LY
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राजस्थान के अलावा पंजाब के भी सीमावर्ती जिलों फाजिल्का, मुक्तसर और भटिंडा में भी टिड्डियों के प्रकोप की खबरें आ रही हैं। हालांकि पंजाब में राज्य कृषि विभाग ने किसानों को आश्वस्त किया है कि सरकार ऐसे उपाय सुनिश्चित करेगी जिससे फसलों को कम से कम नुकसान पहुंचे।
राहत की बात है कि पंजाब में 5 से 20 की संख्या में छोटे-छोटे समूह में टिड्डी दिखाई दे रहे हैं जो बड़ी चिंता का कारण नहीं है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बड़ी संख्या में जब टिड्डे हमले करते हैं तो फसलों के नुकसान का ज़्यादा डर होता है।
Image credit: Khabar365India
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