पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। राजस्थान के पूर्वी और उत्तरी इलाकों में खासतौर पर अलवर, भरतपुर, चूरू और झुंझुनूं में कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे हैं। पंजाब से पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक एक ट्रक बना हुआ था जिसकी वजह से इन भागों में मौसम अचानक बदल गया था और यह बारिश की गतिविधियां देखने को मिली।
अगले दो दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में और अधिक वर्षा की संभावना है। तेज़ बारिश के साथ ओलावृष्टि होने के भी आसार हैं। जम्मू कश्मीर के पास एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंचा है और इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान पर आ गया है। साथ ही पंजाब से हरियाणा होते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश तक ट्रक भी सक्रिय है।
यह भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में प्री-मॉनसून वर्षा का आगाज़, अगले 48 घंटों तक तेज़ बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना
इन सभी सिस्टम के चलते उम्मीद है कि आज शाम को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर हल्की से मध्यम कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। इन भागों में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी आशंका है। राजस्थान के उत्तरी और पूर्वी जिलों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने और ओले गिरने के आसार हैं।
बारिश की गतिविधियां आज रात और कल सुबह सबसे ज्यादा हो सकती हैं। 6 मार्च की शाम से पश्चिमी पंजाब और पश्चिमी हरियाणा में मौसम शांत होने लगेगा। लेकिन पूर्वी पंजाब, पूर्वी, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 मार्च की सुबह या दोपहर तक बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।
बारिश होने के चलते अगले दो दिनों के दौरान अधिकांश स्थानों पर दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे रिकॉर्ड किया जाएगा। कुछ शहरों में अधिकतम तापमान 20 डिग्री से ऊपर नहीं जाएगा।
बारिश और ओलावृष्टि फसलों को कर सकती है चौपट
भारी वर्षा और ओलावृष्टि तथा बारिश के साथ तेज हवाओं के कारण गेहूं, चना, सरसों, मटर समेत तमाम रबी फसलों को व्यापक नुकसान की आशंका जताई जा रही है। इस समय ज्यादातर फसलें परिपक्व होने की अवस्था में है। इस स्थिति में तेज बारिश, वह भी हवाओं के साथ अगर होती है तो फसल चौपट होने की पूरी संभावना रहती है।
8 मार्च से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। हालांकि आंशिक तौर पर बादल 8 को भी बने रहेंगे। अनुमान है कि दो-तीन दिनों के बाद यानि 8 मार्च से ही दिन के तापमान में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। होली पर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मौसम साफ रहने की संभावना है।
Image credit: Khas Khabar
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।
देश भर में मौसम का हाल जानने के लिए देखें वीडियो