दिल्ली एनसीआर में मौसम पिछले कई दिनों से शुष्क और गर्म बना हुआ है। हालांकि लगातार बन रहे पश्चिमी विछोभ और चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र, उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन फिर भी बारिश बहुत कम हुई है।
एक मात्र प्रभाव, हवा के पैटर्न में तब्दीली के रूप में दिखाई दिया। इसके अलावा न्यूनतम तापमान में गिरावट आई और आर्द्रता के स्तर में वृद्धि भी देखने को मिली, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हुई। पहले हवा की गुणवत्ता सामान्य थी जो अब बदतर हो गई है।
अब दिल्ली और आस पास के इलाकों जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा में मौसम की स्थिति, बारिश के लिए थोड़ा अनुकूल हो रही है।
स्काईमेट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पर एक ताजा पश्चिमी विछोभ की मौजूदगी देखी जा सकती है और इससे प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र, राजस्थान और आसपास के इलाकों में मौजूद है। नतीजतन इस क्षेत्र में आर्द्र हवाएं बह रही हैं और आकाश में हल्के बादल भी छाये हैं। न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि भी दर्ज की गई है।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र धीरे-धीरे दिल्ली की ओर पूर्व दिशा में आगे बढ़ेगा। इस वजह से अगले 24 से 48 घंटों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। जिसके चलते 18 या 19 अक्टूबर के आसपास कहीं-कहीं हल्की आंधी आने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
लेकिन चूंकि वातावरण में पर्याप्त नमी मौजूद नहीं है इसलिए मध्यम से भारी बारिश नहीं होगी। इसलिए दोपहर का मौसम गर्म रहेगा। हालांकि, रात और सुबह के वक़्त मौसम सुहाना रहेगा।
आगामी दिनों में होने वाली बारिश भी प्रदूषण को खत्म करने में सफल नहीं होगी। बल्कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने जैसी वजहों से प्रदूषण में और वृद्धि होगी।
Image Credit: Mumbai Foodie
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