उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में इस समय उत्तर-पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाएँ चल रही हैं। अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क बना हुआ है। हालांकि पंजाब पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते पंजाब के कई भागों और हरियाणा में कुछ स्थानों पर प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में भी पिछले 48 घंटों के दौरान हल्की वर्षा दर्ज की गई है।
हमारा अनुमान है कि पंजाब के पश्चिमी जिलों विशेषकर अमृतसर, फ़िरोज़पुर, फरीदकोट, सर मुक्तसर साहिब भटिंडा सहित राजस्थान के उत्तरी जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान एक-दो जगह थोड़े समय के लिए हल्की वर्षा हो सकती है। इन भागों में बारिश के साथ धूलभरी आँधी चलने के आसार हैं। पश्चिमी हरियाणा में भी एक-दो जगह वर्षा होने की संभावना है। 24 घंटों के बाद इन भागों में भी बारिश कम हो जाएगी।
[yuzo_related]
दूसरी ओर पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 4-5 दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा। इन भागों में अगले 2-3 दिनों तक तापमान में तेज़ी से वृद्धि देखने को मिल सकती है जिससे दिन में गर्मी और बढ़ जाएगी। हालांकि 25 जून से उत्तर भारत के मैदानी भागों में प्री-मॉनसून वर्षा बढ़ने की संभावना नहीं है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तरी राजस्थान में 26 जून से प्री-मॉनसून वर्षा तेज़ हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून के आगमन तक बारिश लगातार बढ़ती जाएगी। अनुमान है कि जून के आखिर तक राजस्थान को छोड़कर दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तरी हरियाणा और उत्तरी पंजाब में मॉनसून दस्तक दे सकता है।
Image credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।