दिल्ली और आसपास के भागों में बीते कुछ दिनों से मौसम शुष्क और अत्यधिक गर्म बना हुआ है। शुष्क मौसम के साथ पारा भी लगातार ऊपर जा रहा है। निरंतर ऊपर चढ़ते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के पालम में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार करते हुए 45 डिग्री के स्तर तक पहुँच गया।
सफदरजंग में 16 अप्रैल को सीज़न का सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जिससे लोगों ने भीषण गर्मी महसूस की। 16 अप्रैल को दर्ज किया गया तापमान ना सिर्फ सीज़न का सबसे अधिक था बल्कि बीते 5 वर्षों में भी सबसे अधिक तापमान है।
राजधानी दिल्ली के पालम और सफदरजंग दोनों मौसमी केन्द्रों पर दिन का तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। दिल्ली में बीते कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है क्योंकि उत्तर भारत में आने वाले हाल के कई पश्चिमी विक्षोभ इतने प्रभावी नहीं थे कि वह दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों तक बारिश दे सकें। मौसम को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है भीषण लू की चपेट में दिल्ली और आसपास के शहरों पर जल देव की कृपा नहीं हो रही है।
रविवार की शाम को हल्की वर्षा से मिल सकती है राहत
लेकिन दिल्ली वालों के लिए अच्छी खबर यह है कि आज शाम को उत्तर भारत के पर्वतीय भागों को एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने वाला है जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी में रविवार की शाम के समय कुछ राहत मिल सकती है।
इस सिस्टम के चलते दिल्ली और आसपास के भागों में धूलभरी आँधी चलने और गरज के साथ कुछ स्थानों पर बूँदाबाँदी होने की संभावना है। पंजाब और हरियाणा में भी एक-दो स्थानों पर धूलभरी हवाएँ चलने के साथ हल्की बौछारें दर्ज की जा सकती हैं। सोमवार को भी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और आसपास के शहरों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में छिटपुट धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है।
अगले 24 से 48 घंटों तक दिल्ली तथा आसपास के भागों में तेज़ गर्मी से राहत बनी रहेगी। हालांकि इस मौसमी बदलाव का असर तात्कालिक होगा और दोबारा जल्द ही पारा ऊपर का रुख करेगा। बीते कई दिनों के मौसमी परिदृश्य के आंकलन से इस बात की पूरी संभावना है कि इस वर्ष पिछले समय के मुक़ाबले गर्मी अधिक पड़ने वाली है।
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