दिल्ली-एनसीआर में दक्षिण-पश्चिम से शुष्क और गर्म हवाएँ चल रही हैं। यह हवाएँ मध्यम से तेज़ गति से चल रही हैं और मौसम को प्रभावित कर रही। अनुमान है कि अगले 24 घंटों तक जारी धूलभरी हवाओं का प्रवाह बना रहेगा। हवा के साथ आ रही भारी मात्रा में इस धूल से दिल्ली और आसपास के शहरों नोएडा, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद और फ़रीदाबाद में वायु प्रदूषण ख़तरनाक स्तर पर बना हुआ है। हालांकि धूल की मात्रा में अब कमी आनी शुरू हो गई है। कल से बारिश के आसार भी हैं।
कल से हल्की प्री-मॉनसून वर्षा होने की संभावना है। इसके प्रभाव से दिल्ली और इससे सटे शहरों में 16 और 17 जून को हल्की बारिश होने की संभावना है। हालांकि बारिश की तीव्रता बहुत अधिक नहीं होगी, लेकिन इस प्री-मॉनसून वर्षा के चलते ना सिर्फ पारा 2 से 3 डिग्री नीचे जाएगा बल्कि धूल भरे प्रदूषण में भी व्यापक कमी आएगी। इस बदलाव से गर्मी से बड़ी राहत मिलेगी। जम्मू कश्मीर से असम तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है, जिसके चलते मौसम में यह बदलाव दिखाई देगा।
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दिल्ली और आसपास के शहरों में 18 जून से मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा। संभावना है कि 18 और 19 जून से हवा की तीव्रता में भी व्यापक कमी आएगी और हवा का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी या दक्षिणी हो जाएगा। अगले दो दिनों की संभावित बारिश के बाद आर्द्र हवाएँ प्रभावी होंगी जिससे गर्मी के साथ उमस फिर से परेशान करेगी। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
दूसरी ओर मॉनसून की रफ़्तार कम हो गई है जिससे आशंका है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में मॉनसून अपने निर्धारित समय यानि 28-29 जून से भी देरी से पहुँच सकता है। इससे पहले दिल्ली पर प्रभावी धूलभरी तेज़ पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं ने प्री-मॉनसून वर्षा में भी बाधा डाली है।
Image credit: SaharaSamay
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