उत्तर भारत के पहाड़ों पर खूबसूरत वादियों में इस सीज़न की पहली बर्फबारी हुई है। पर्वतीय राज्यों में ऊंची चोटियाँ जब-हल्की सफ़ेद चादर में लिपटते ही और मनभावन हो जाती हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान गुलमर्ग, सोनमर्ग और लेह में हल्की बर्फबारी देखने को मिली है। जम्मू कश्मीर ही नहीं पड़ोसी हिमाचल प्रदेश में भी कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर और चंबा में भी कुछ जगहों पर सीज़न की पहली बर्फबारी ने सर्दियों के आगमन का बिगुल बजा दिया है।
लाहौल स्पीति जाने वाले रोहतांग पास को बंद कर दिया गया था क्योंकि यहाँ सबसे अधिक 6 इंच का हिमपात रिकॉर्ड किया गया। आमतौर पर रोहतांग पास 15 नवंबर के बाद बंद कर दिया जाता है, लेकिन जब तक भारी हिमपात ना हो तब तक गाड़ियों को आने-जाने की अनुमति रहती है।
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पहाड़ी स्थानों पर जहां बर्फबारी हुई है वहीं निचले इलाकों में वर्षा दर्ज की गई है। बुधवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान बनिहाल में 9 मिमी वर्षा हुई। इसी तरह क़ाज़ीगुंड में 3 और ऊना में 1 मिमी वर्षा हुई। श्रीनगर में भी बूँदाबाँदी देखने को मिली।
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जम्मू कश्मीर के पास पहुंचे इस सीज़न के पहले सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पर्वतीय राज्यों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिली है। यह सिस्टम जम्मू कश्मीर से आगे निकल रहा है। इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी भागों के करीब एक नया पश्चिमी विक्षोभ आता दिखाई दे रहा है, जो इस समय पूर्वी अफगानिस्तान और इससे सटे भागों पर है।
इसके चलते जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर जबकि उत्तराखंड में एक-दो जगह हल्की वर्षा और हिमपात 18 नवंबर तक जारी रहने की संभावना है। पहाड़ों पर बफबारी के चलते उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों के तापमान में अच्छी ख़ासी गिरावट देखने को मिलेगी। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के तापमान में भी गिरावट होने की संभावना है।
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