जम्मू और कश्मीर के भागों पर नवंबर के महीने में यह तीसरा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। जिसके कारण आज यानि 20 नवंबर की रात तक जम्मू कश्मीर में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएगी। बारिश की तीव्रता कल यानि 21 नवंबर की सुबह तक और बढ़ जाएगी।
इस मौसम प्रणाली के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में 21 से 22 नवंबर के बीच तथा उत्तराखंड में 22 से 23 नवंबर के आसपास हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी देखने को मिल सकती है।
इस दौरान, उत्तरी पहाड़ियों पर दिनों में अधिकतम तापमान ठंडा रहेगा जिसके कारण तापमान में गिरावट देखी जा सकती है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में 23 नवंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी दिशा में बढ़ जाने के कारण मौसम साफ होने लगेगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि, उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में 21 और 22 नवंबर के आसपास बेहद भारी बर्फबारी होने वाली है। जिसके कारण जम्मू कश्मीर और श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई अन्य सड़कों पर भी यातायात बाधित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि पहाड़ी राज्यों में यात्रा करते समय एहतियात सावधानी बरतें। आगामी भारी बर्फबारी के अनुमान को लेकर राज्य प्रशासन भी चौकन्ना हो गयी है और वह भी इससे बचाव के लिए कई उपाए और सावधानी बरत रहे हैं।
इस दौरान, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी के अलावा हिमस्खलन की घटनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। खासकर, राज्य के द्रास, गुरेज़, केरन, माछिल, पहलगाम, गुलमर्ग, नौगाम और बनिहाल में हिमस्खलन का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के भी लाहौल, स्पीति, किन्नौर और कुल्लू सहित उत्तराखंड के चमोली में भी हिमस्खलन का खतरा बना रहता है।
24 नवंबर के आसपास यह पश्चिमी विक्षोभ दूर चला जाएगा लेकिन फिर इसके तुरंत बाद ही यानि 26 और 27 नवंबर के आसपास एक और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के हिस्सों को प्रभावित करेगा। उस दौरान, पूरे राज्य में व्यापक रूप से बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 25 से 27 नवंबर के बीच, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के लगभग सभी स्थानों यानि गुलमर्ग से लेकर पहलगाम, श्रीनगर, कुल्लू, मनाली, लाहौल और स्पीति के हिस्सों में भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना है।
English Version : Snow and rain in Ladakh, Jammu and Kashmir, Himachal, winters to knock the doors of Northwest Plains soon
इसी दौरान, इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखने को मिलेगा। जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ वर्षा होने की उम्मीद है। जबकि एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
Image credit: News18
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