उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शुष्क मौसम जारी है। इसके चलते राज्य में पूरब से लेकर पश्चिम तक सर्दी के इस सीज़न में लंबे समय तक घना कोहरा देखने को नहीं मिली। लेकिन सुबह तथा रात के समय कड़ाके की ठंड में कोई कमी नहीं रही। इस समय प्रयागराज कुम्भ स्नान के लिए पूरी तरह से तैयार है। गंगा के तटों पर तंबुओं का एक शहर बस गया है जिसमें लाखों की संख्या में देश और दुनिया से आए श्रद्धालु डेरा डाल लिए हैं। मकर संक्रांति के पर्व से कुम्भ के स्नान आरंभ होंगे।
इस बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव की संभावना है। अनुमान है कि अगले 24 से 36 घंटों के दौरान इन भागों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालय के तराई क्षेत्रों से होकर गुजर रहा है इसके चलते ठंडी हवाओं का प्रभाव उत्तर प्रदेश में कम हो होगा और रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है। साथ ही एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भागों से मध्य प्रदेश होते हुए विदर्भ तक सक्रिय हो सकती है।
इन मौसमी सिस्टमों के कारण अगले 24 से 34 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के दक्षिण पूर्वी शहरों खासकर प्रयागराज, मिर्जापुर, भदोही, गाज़ीपुर, वाराणसी में एक-दो स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। हालांकि मकर संक्रांति से कुंभ का साक्षी बनने प्रयाग पहुंचे श्रद्धालुओं को बड़ी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि बारिश की तीव्रता बहुत अधिक नहीं होगी। लेकिन कह सकते हैं कि कुम्भ मेले के शुभारंभ से पहले होने वाले प्रमुख स्नान पर्व मकर संक्रांति पर हल्की वर्षा होगी।
अनुमान है कि 15 जनवरी की शाम से आसमान साफ और मौसम शुष्क हो जाएगा। उसके बाद ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ प्रयाग नागरी में भी पहुँचेंगी जिससे रात के तापमान में गिरावट होगी। इससे सर्दी बढ़ जाएगी लेकिन घने कोहरे की आशंका फिलहाल नहीं है।
Image credit: Tour My India
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