राजस्थान से अभी भी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी नहीं हुई है। आमतौर पर, राज्य से मॉनसून की विदाई सितंबर के पहले सप्ताह से ही शुरू हो जाती है, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से राज्य में हो रही बहुत अच्छी बारिश के कारण मॉनसून की वापसी की प्रक्रिया को और आगे बढ़ा दिया है।
स्काइमेट के पास उपलब्ध बारिश के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखी गई है। शुक्रवार यानि 20 सितम्बर को सुबह 8.30 बजे से महज 24 घंटे के अंतराल में कोटा शहर में 44 मिमी की भारी बारिश दर्ज हुई है। वहीं, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के सवाई माधोपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू में भी कुछ स्थानों पर भी हल्की वर्षा की गतिविधियां देखी गई।
यह हैं बारिश के कारण
इस समय, विंड शियर जोन महाराष्ट्र के उत्तरी भागों की ओर बढ़ रही है तथा इस सर्कुलेशन से एक ऊपरी वायु ट्रफ रेखा अरब सागर से पूर्वी राजस्थान होते हुए उत्तर भारत तक फैली हुई है। राजस्थान के पूर्वी भागों में होने वाली बारिश का मुख्य कारण यही है।
मौसम पूर्वानुमान
साथ ही, राज्य में अगले 2 से 3 दिनों तक बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है। उस दौरान, कुछ स्थानों पर मध्यम तीव्रता वाली बारिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान के पश्चिमी और मध्य भागों का मौसम पूर्वानुमान
स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ समर चौधरी ने बताया कि आने वाले 3-4 दिनों तक पश्चिम राजस्थान में मौसम शुष्क और गर्म रहने वाला है। अगर हम इस क्षेत्र में दिन के तापमान को देखें, तो जैसलमेर और जोधपुर 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को छू रहे हैं। इसके अलावा, गंगानगर, बीकानेर और फलौदी ऐसे स्थान हैं जहाँ अधिकतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।
राज्य के मध्य भाग के बारे में बात करें तो, अगले दो दिनों के दौरान जोधपुर, अजमेर, पिलानी और अलवर में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की उम्मीद है।
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राजस्थान में बारिश का आंकड़ा
1 जून से 20 सितंबर तक स्काईमेट के साथ उपलब्ध वर्षा के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी राजस्थान में 44 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज हुई है जबकि पश्चिमी राजस्थान में 14 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं, पूरे राजस्थान में 35 प्रतिशत से अधिक बारिश दर्ज हुई है।
Image Credit: Patrika
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