केरलऔर तटीयकर्नाटकके बाद अब प्रायद्वीपीय भारत के भागों में अच्छी वर्षा होने के आसार हैं। मध्य भारत के कुछ भागों से लेकर दक्षिण भारत के उत्तरी क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों के दौरान वर्षा की तीव्रता में बढ़ोत्तरी हो सकती है। मराठवाड़ा पर इस समय एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा उत्तरीछत्तीसगढ़पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से मिल रही है जिसके चलते विदर्भ, मराठवाड़ा,तेलंगानाऔर आंतरिक कर्नाटक के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी बारिश बढ़ने की संभावना है।
मराठवाड़ा पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अनुमान है कि अगले 24 घंटों के बाद दक्षिण की तरफ बढ़ेगा और उत्तरी कर्नाटक के ऊपर पहुँच जाएगा। इसके चलते मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 3 मई से बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। इन भागों के एक-दो जिलों में इस दौरान भारी बारिश होने का भी अनुमान है।
उसके पश्चात 4 मई से मराठवाड़ा, विदर्भ और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ भागों में अधिकांश इलाके ऐसे होंगे जहां हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 6 मई से विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी जबकि मराठवाड़ा और आंतरिक कर्नाटक के साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र में वर्षा जारी रहेगी।
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