उत्तर भारत के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक वैष्णो धाम के दर्शन के लिए देश और दुनियाभर से श्रद्धालु आते रहते हैं। इस समय अगर आप वैष्णो माता के दर्शन के लिए यात्रा पर निकलने की तैयारी में हैं तो हमारे पास आपके लिए मौसम से जुड़ी कुछ खबरें हैं। आने वाले दिनों में कटरा और आसपास के भागों में मौसम करवट ले सकता है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ 14 जनवरी से जम्मू कश्मीर पहुँच सकता है। यह सिस्टम इस समय उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के भागों पर दिखाई दे रहा है। इसके चलते गरज के साथ कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। इसके चलते दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और शीतलहर जैसे हालत बने रहेंगे।
माता वैष्णो धाम और आसपास के हिस्सों में 14 जनवरी से हल्की वर्षा शुरू होगी और 15 जनवरी से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी तथा 16 जनवरी तक जारी रहेंगी। इस दौरान कटरा में ऊंचे स्थानों पर ओले भी पड़ने की संभावना है। शुक्रवार को कटरा में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बारिश और बादलों के बीच न्यूनतम तापमान में 14 जनवरी से हल्की वृद्धि देखने को मिलेगी। लेकिन अधिकतम तापमान में गिरावट होने से दिन में शीतलहर चलने की संभावना है जिससे दिन भर कड़ाके की ठंड बनी रहेगी। अगले पूरे सप्ताह तक मौसम काफी ठंडा रहने वाला है।
वैष्णो देवी धाम पहाड़ी पर स्थित होने के चलते यहाँ तापमान में और अधिक गिरावट होगी। हमारा अनुमान है की न्यूनतम पारा शून्य तक पहुँच सकता है। स्काइमेट के अनुसार 15 और 16 जनवरी के बीच वैष्णो देवी धाम के आसपास के पहाड़ी स्थानों पर बर्फबारी होने की संभावना है जिससे वैष्णो देवी मंदिर परिसर और रास्ते में लोगों को भीषण ठंड का सामना करना पड़ सकता है। बारिश, ओलावृष्टि और शीतलहर के बीच कड़ाके की ठंड श्र्द्धालुओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी। इसलिए हमारा सुझाव है कि वैष्णो देवी धाम की पवित्र यात्रा पर निकलते समय पूर्वी तैयारी अवश्य करें।
Image credit: www.maavaishnodevi.org
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