[Hindi] हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान में फिर से बदलेगा मौसम का मिजाज़

May 2, 2017 6:20 PM | Skymet Weather Team

उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों को लगभग 20 अप्रैल तक लू ने तड़पाया और उसके बाद से मौसम ने जो करवट बदली तो राहत अब तक जारी है। लगभग 20-21 अप्रैल से उत्तर भारत में पंजाब से लेकर हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक छोटे-छोटे अंतराल के बाद धूल भरी आँधी और बादलों की गर्जना के साथ हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। हालांकि सोमवार से इन सभी भागों में मौसम साफ हो गया है जिसके चलते सूरज फिर से आँखें दिखा रहा है और पारा ऊपर जा रहा है।

इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान पर विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र ट्रफ के रूप में बदल गया है। यह ट्रफ हरियाणा से बिहार तक पहुँच रही है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से अमृतसर, जालंधर, भटिंडा, चंडीगढ़, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, गाज़ियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम, अलवर, सीकर, जयपुर और चुरू सहित उत्तर के मैदानी राज्यों में आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है।

मैदानी राज्यों में अगले दो दिनों के दौरान दोपहर के समय मौसम का मिजाज़ अचानक बदलता दिखाई दे सकता है और गरज तथा धूलभरी आँधी के बाद कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम में इस बदलाव के फिर से आने वाले झोंके के चलते दिन के तापमान में बीते 24 घंटों के दौरान शुरू हुआ सिलसिला कुछ समय के लिए थम जाएगा। हालांकि 5-6 मई से मौसमी सिस्टम निष्प्रभावी हो जाएंगे जिससे 6 मई से पारा बढ़ने की संभावना है। हालांकि मई में ऐसी प्री-मॉनसूनी गतिविधियां एक अंतराल के बाद होती रह सकती हैं।

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गौरतलब है कि कैस्पियन सागर से उठने वाले पश्चिमी विक्षोभ और इसके प्रभाव से विकसित होने वाले चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते ना सिर्फ उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में राहत बनी हुई है बल्कि लू की चपेट में पहुँच चुके पर्वतीय राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बीते दिनों में बारिश हुई जिससे तापमान में गिरावट आई और गर्मी का प्रभाव कम हुआ है।

Image credit: The Tribune

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