कल यानी 19 दिसंबर को पंजाब हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा. आज 20 जनवरी को कोहरे का घनत्व और फैलाव बढ़ गया। इसे मध्य पाकिस्तान से लेकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश तक देखा गया। पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई, लखनऊ और प्रयागराज हवाई अड्डे पर भी दृश्यता लगभग शून्य रही।
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वातावरण में नमी उपलब्ध है और भारत-गंगा के मैदान पर निचले क्षोभमंडल स्तरों पर हवाएँ हल्की हैं। आकाश साफ होने तथा रात भर ठण्डा होने के कारण पृथ्वी की सतह तेजी से नीचे की ओर तथा पृथ्वी की सतह के पास की वायु भी ठण्डी एवं भारी हो जाती है। हवा में उपलब्ध नमी घनीभूत होती है और कोहरे पर काबू पाती है। दिल्ली में धुंध के कारण दृश्यता कम हो गई। जब प्रदूषक जैसे धूल के कण, धुएं के कण और हानिकारक गैसों के कण जल वाष्प के साथ मिल जाते हैं तो यह स्मॉग बन जाता है।
तापमान कम रहेगा और हवाएं भी कम से कम अगले 2 दिनों तक हल्की रहेंगी। इसलिए हमें खराब दृश्यता, घने कोहरे और बेहद खराब वायु गुणवत्ता से कोई खास राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा कोहरा छंटना शुरू होगा और कम होता जाएगा। देर शाम या देर रात से एक बार फिर से दृश्यता कम होना शुरू हो सकती है। कोहरे और खराब दृश्यता के कारण रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।