प्रदूषण चार्ट में गाजियाबाद का नाम अभी भी सबसे ऊपर बना हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक,सोमवार को उच्चतम वायु गुणवत्ता सूचकांक का रीडिंग384थी जो कि बहुत खराब श्रेणी में आती है। इसके अलावा नोएडा347के एक्यूआई स्तर के साथ प्रदुषण के मामले में दूसरे स्थान पर रहा।
धूल-भरी हवाओं,बादल छाये रहने और हल्के प्री-मॉनसून वर्षा के कारण यह स्थिति हुई। बता दें कि इन प्री-मॉनसूनी गतिविधियों के एक-दो दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। उत्तर भारत की पहाड़ियों में बने पश्चिमी विक्षोभ इन मौसमी गतिविधियों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार था।15मई के आसपास एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की आशंका है।
अभी कुछ दिनों तक प्रदूषण का स्तर इसी तरह बना रहेगा क्यूंकि आने वाले दिनों में राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी की गतिविधियां जारी रहेंगी और हवाएँ चलने से दिल्ली-एनसीआर,दक्षिणी हरियाणा,आगरा और मथुरा समेत उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों पर इसका असर पड़ेगा।
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इस दौरान,दिन का तापमान बढ़ सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार गाजियाबाद और नोएडा के अलावा,गाजियाबाद के लोनी देहात में एक्यूआई का आंकड़ा371दर्ज किया गया। जबकि ग्रेटर नोएडा में289एक्यूआई दर्ज किया गया।
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब गाजियाबाद प्रदूषण में सबसे ऊपर है। इससे पहले9मई को गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता सूचकांक'गंभीर'श्रेणी के तहत401तक दर्ज की थी,जो11मई को घटकर331हो गई और फिर12मई को बढ़कर382हो गई। इससे अलावा अक्टूबर2018में,गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक451था,तब यह शहर देश के सबसे प्रदूषित शहर में था ।
एक्यूआई स्तर श्रेणी
0और50 अच्छा
51और100 संतोषजनक
101और200 मध्यम
201और300 ख़राब
301और400 बेहद ख़राब
401और500 गंभीर
Image Credit: India Rail Info
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