राजस्थान सहित उत्तर भारत से मॉनसून की वापसी देर से भले हुई लेकिन राजस्थान के कई इलाके लंबे समय से तेज़ गर्मी से तप रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से राजस्थान के समूचे क्षेत्र में उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ चल रही हैं। इन हवाओं के चलते उमस से भले ही कुछ राहत मिली है लेकिन गर्मी कम नहीं हुई है। अगले 4-5 दिनों तक के मौसम पर अगर नज़र डालें तो राजस्थान के लगभग सभी भागों में मौसम का मिजाज़ ऐसा ही रहने वाला प्रतीत हो रहा है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे गुजरात पर एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। यह सिस्टम हवाओं में विपरीत चक्रवात होता है और अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी और बंगाल की खाड़ी से दक्षिण पूर्वी हवाओं को राजस्थान पर पहुँचने से रोकता है। यह सिस्टम लगभग एक पखवाड़े पहले से गुजरात पर बना था और अब राजस्थान पर है। इसी के चलते राज्य में शुष्क मौसम लगातार जारी है। राजस्थान में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
स्काइमेट का आंकलन है कि राजस्थान पर अगले 2-3 दिनों तक उत्तर-पश्चिमी हवाएँ बनी रहेंगी जिससे श्रीगंगानगर से लेकर बीकानेर, जैसलमर, बाड़मेर, अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भीलवाडा, भरतपुर, चितौड़गढ़, उदयपुर, चुरू, जयपुर, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर, कोटा, नागौर और सीकर सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में दिन में पारा सामान्य से ऊपर रहेगा। इन भागों में अधिकतम तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा सकता है। न्यूनतम तापमान 22-25 डिग्री के बीच बना रह सकता है।
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इस बीच ओड़ीशा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। यह सिस्टम धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ और आसपास के भागों पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से 9-10 अक्तूबर को राजस्थान के पूर्वी भागों में कुछ स्थानों पर आर्द्र पूर्वी हवाएँ पहुँच सकती हैं। जिससे आंशिक तौर पर बादल छाने की संभावना है। हालांकि इस दौरान भी बारिश जैसी राहत की उम्मीद आप नहीं कर सकते।
Image credit: Yourstory
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