वर्ष 2019 की शुरुआत उत्तर भारत की पहाड़ियों पर व्यापक वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियों के साथ हुई। जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में 1 जनवरी से छोटे-छोटे अंतराल पर अच्छी बारिश और हिमपात हो रहा है।
स्काइमेट वैदर के अनुसार, एक के बाद एक प्रभावशाली पश्चिमी विक्षोभ इस व्यापक बारिश और बर्फबारी के लिए जिम्मेदार हैं। पिछले कई दिनों से हुई बर्फबारी की गतिविधियों ने पहले से ही पहाड़ी राज्यों, विशेषकर कश्मीर में जन-जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। कई राज्यमर्ग ओर सड़कों को बंद कर दिया गया है, जबकि कई जगहों पर स्कूल भी बंद हैं।
वर्तमान की बात करें तो एक और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी की दोपहर तक जम्मू और कश्मीर क्षेत्र को प्रभावित करने की उम्मीद है। यह पश्चिमी विक्षोभ आने वाले तीन दिन 10 से 13 जनवरी के बीच तक बना रहेगा। इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि, अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू और कश्मीर में कुछ जगहों पर बारिश और बर्फबारी एक बार फिर से शुरू होने की संभावना है। धीरे-धीरे, ये मौसमी गतिविधियां रफ्तार पकड़ेंगी ओर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी बारिश और बर्फबारी होने लगेगी।
12 जनवरी को बर्फबारी की तीव्रता भारी होगी और उस दौरान हमें जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में कुछ भारी हिमपात होने की उम्मीद है।
भारी बर्फ़बारी से लोगों की दिनभर की जिंदगी भी बाधित हो सकती है, जैसे कि रोड ब्लॉकेज, बिजली कटौती आदि। इसके अलावा, लगातार बर्फ़बारी की वजह से जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में हिमस्खलन की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
जम्मू और कश्मीर के हिमस्खलन प्रवण जिलों में पुंछ, राजौरी, रियासी, रामबन, डोडा, किश्तवाड़, उधमपुर, अनंतनाग, कुलगाम, बडगाम, गांदरबल और लेह शामिल हैं। हालांकि, 14 जनवरी से मौसम साफ़ होने की संभावना है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ तब तक पूर्व की ओर चला जाएगा।
इस समय हम चरम सर्दी के मौसम से कुछ राहत की उम्मीद कर सकते हैं। आसमान साफ़ होने से अधिकतम तापमान में भी वृद्धि आने की उम्मीद है।
Image Credit: Wikipedia
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार:skymetweather.com अवश्य लिखें।