उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी हो रही है। जिस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शिमला, कुफरी, रोहतांग पास और आसपास के हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो रही थी वह अब आगे निकल रहा है जिसके चलते अगले 24 घंटे तक बारिश की गतिविधियों में कमी आ जाएगी। इस दौरान उत्तर भारत के पहाड़ों पर एक-दो जगह ही बारिश या हिमपात देखने को मिलेगा।
हालांकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है, जो इस समय उत्तरी पाकिस्तान तक पहुंच गया है। यह आज रात से उत्तरी राज्यों को प्रभावित करना शुरू करेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आज रात या कल सुबह से जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और हिमपात में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। हालांकि यह स्पैल भी बहुत लंबा नहीं चलेगा।
English Version: Another episode of rain and snow in Shimla, Gulmarg, Mussoorie, Srinagar, Nainital, Manali coming up
अनुमान है कि 7 जनवरी तक कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम और एक-दो जगहों पर भारी वर्षा और बर्फबारी होगी। लद्दाख और जम्मू कश्मीर में 8 जनवरी से बारिश में कमी आनी शुरू हो जाएगी। हालांकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखड़ में उसके बाद भी गतिविधियां बनी रहेंगी।
लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर गिरेगी बर्फ
श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम, पटनीटॉप, वैष्णो देवी और कारगिल सहित जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पर्यटकों को अच्छी बर्फबारी का नज़ारा 6 और 7 जनवरी को मिल सकता है। जबकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के हिल स्टेशनों यानि शिमला, मनाली, कुफ़री, मसूरी, नैनीताल जैसे लोकप्रिय स्थानों पर 7 और 8 जनवरी को हिमपात और बारिश की संभावना है।
एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव से हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते कई इलाकों में भूस्खलन और हिमस्खलन की आशंका है। इससे कई रास्ते बंद हो सकते हैं। जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर भी कुछ समय के लिए आवागमन अवरुद्ध हो सकता है। इसलिए पर्यटकों को सुझाव है कि एहतियात जरूर बरतें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी चेतावनी को नज़र अंदाज़ ना करें।
9 जनवरी से पहाड़ों पर भी मौसम साफ हो जाएगा और ठंडी हवाएँ चलने लगेंगी। आगामी पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा। मैदानों में भी गर्जना के साथ कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की जाएगी।
Image credit: The Indian express
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