राजस्थान के उत्तर पूर्वी भाग और उससे सटे मध्य प्रदेश के भागों पर कल यानि 16 अगस्त को एक चिह्नित निम्न दवाब क्षेत्र बना हुआ था। जो अब दक्षिणी हरियाणा और उससे सटे उत्तरी राजस्थान पर विकसित है। इसके अलावा, उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ एक ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में घूम रहा है तथा मानसून अक्षीय रेखा अनूपगढ़ से निम्न दवाब क्षेत्र के मध्य होते हुए ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज, दीघा और फिर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है।
एक चिह्नित निम्न दवाब क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के आपस में मिलने के कारण, ट्रफ रेखा की फिर से उत्तर दिशा में शिफ्ट होने की संभावना है। यह तीन मौसमी प्रणालियों के कारण राज्य के कई भागों में भारी बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश भी देखी जा सकती है। आगामी संभावित बारिश 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाओं के साथ होंगे।
राज्य के तराई वाले क्षेत्र जैसे चंडीगढ़, रूपनगर, नवांशहर, पठानकोट, जालंधर, लुधियाना और कपूरथला के हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से अतिभारी बारिश हो सकती है। जबकि, राज्य के बाकी हिस्सों में बारिश की तीव्रता मध्यम स्तर पर देखा जाएगा।
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पिछले 24 घंटों के दौरान, राज्य में कई स्थानों पर मध्यम बारिश के साथ एक-दो जगहों पर भारी बारिश भी रिकॉर्ड हुई है। उस दौरान, अमृतसर में 26 मिमी और पटियाला में और 19 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस समय भी कई स्थानों पर बारिश देखी जा रही है और हमारा अनुमान है कि आज यानि 17 अगस्त पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।
Image Credit: Daily Times
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