स्काइमेट का अनुमान है कि मध्य भारत में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान झमाझम बारिश होगी। बारिश की ये झड़ी मध्य भारत के कई इलाकों में 22 जून तक जारी रह सकती है। मॉनसून ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भागों में 14 जून को दस्तक दी, तब से इन इलाकों में लगातार मध्यम से भारी बारिश जारी है। खासतौर पर दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश दर्ज की गई है।
स्काइमेट के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य यानि उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे तटीय ओड़ीशा के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन चुका है, जो धीरे-धीरे सक्षम होगा और पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा।
निम्न दबाव के क्षेत्र के पश्चिम में आगे बढ़ने के साथ ही मध्य भारत में मूसलाधार वर्षा होगी। इसके प्रभाव से पूर्व में तेलंगाना से लेकर पश्चिम में दक्षिणी गुजरात तक बारिश होने की संभावना है। छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिणी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा दर्ज की जाएगी। निम्न दबाव का क्षेत्र मॉनसून के लिए भी अनुकूल साबित हो सकता है। अनुमान है कि इसके प्रभाव से ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात के शेष भागों में भी मॉनसून आगे बढ़ेगा। इसी दौरान बिहार के भी कुछ इलाकों में मॉनसून पहुँच सकता है। इन भागों में कृषि अधिकांशतः बारिश पर आश्रित है, जिसे बारिश की लगातार पड़ने वाली बौछारों से बहुत फायदा हो सकता है। इससे मिट्टी की नमीं बढ़ेगी और खरीफ फसलों की समय से बुआई शुरू करने में मदद मिलेगी।
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