Updated on July 3, 2018 at 01:30 PM: गोरखपुर, वाराणसी और इलाहाबाद सहित उत्तर प्रदेश में जारी रहेगी वर्षा
मॉनसून का व्यापक असर उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में बीते 24 घंटों के दौरान देखने को मिला है। राज्य के कई भागों विशेषकर उत्तरी जिलों में घने मॉनसूनी बादल छाए हुए हैं और कई दिनों से रैनी डे जैसा मौसम जारी है। इसके चलते उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहरों में तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है और लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है।
सोमवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान हुई बारिश का ज़िक्र करें तो मुरादाबाद में 42.4 मिमी, बहराइच में 39 मिमी, गोरखपुर में 38 मिमी, सुल्तानपुर में 25.4 मिमी, मुजफ्फरनगर में 24 मिमी और बरेली में 20 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश में पश्चिम से लेकर पूरब तक हल्की से मध्यम बारिश अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी। बारिश का ज़ोर वाराणसी और गोरखपुर सहित आसपास तराई वाले शहरों में अधिक हो सकता है। अगले 24 घंटों के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। हालांकि जगह-जगह हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
Published on July 2, 2018 at 12:30 PM: गोरखपुर, बहराइच, गोंडा, बस्ती सहित उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा से बाढ़ की आशंका
उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों में बीते 2-3 दिनों से मूसलाधार वर्षा हो रही है। इसके चलते गोरखपुर सहित तराई से सटे जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। अगले कुछ दिनों के दौरान बरेली, पीलीभीत, लखनऊ, बहराइच, गोंडा, बस्ती और गोरखपुर सहित राज्य के उत्तरी हिस्सों में मूसलाधार वर्षा जारी रहेगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से सटे नेपाल के भागों में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी वर्षा भी जारी रहने की संभावना है। इन स्थितियों के बीच उत्तर प्रदेश की कई नदियां उफान पर होंगी।
मॉनसून की अक्षीय रेखा मेरठ और लखनऊ होते हुए गुज़र रही थी, जो अब और उत्तर में गई है और इस समय पीलीभीत और गोंडा होते हुए गुज़र रही है। इसके कारण उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में बारिश और तेज़ हो सकती है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 48 घंटों तक इन भागों में भारी से अति भारी वर्षा जारी रहेगी। साथ ही नेपाल की भीषण वर्षा का पानी भी नदियों के रास्ते उत्तर प्रदेश पहुंचेगा जिससे राज्य के कुछ इलाकों में बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
अगले 48 घंटों के बाद बारिश में कमी आएगी लेकिन नदियों का प्रवाह जल्द कम नहीं होगा और हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी जिससे सामान्य जन-जीवन अगले कुछ दिनों तक प्रभावित हो सकता है। अनुमान है कि रामगंगा, गोमती, शारदा, राप्ती और घाघरा नदियों में जलस्तर अगले कुछ दिनों के लिए कहीं-कहीं खतरे के निशान से भी ऊपर जा सकता है जिससे बिजनौर, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, महराजगंज, कुशीनगर और आसपास के जिलों में कई गाँव प्रभावित हो सकते हैं। गोरखपुर में पहले से ही बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। यहाँ अगले 2-3 दिनों के दौरान हालात और बिगड़ सकते हैं।
[yuzo_related]
दूसरी ओर आगरा, अलीगढ़, मथुरा, बांदा, कानपुर, इलाहाबाद सहित दक्षिणी भागों में बारिश का असर बहुत अधिक नहीं होगी। इन भागों में कुछ स्थानों पर अगले 2-3 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बौछारें गिरने की संभावना है। उसके बाद राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश में कमी देखने को मिलेगी।
Image credit: UNI
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।