उत्तर के पहाड़ों पर मौसमी परिदृश्य बदल रहा है और जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जल्द ही अच्छी बर्फबारी होने के संकेत मिल रहे हैं। अब तक उत्तर भारत के पहाड़ों पर भारी बारिश और बर्फबारी नहीं हुई है। इस सीज़न में एक-दो बार ही ऐसा अवसर आया जब अच्छा हिमपात देखने को मिला। संभवतः इस बार होने वाली बर्फबारी अब तक की कमी की भरपाई कर सकता है और सारी शिकायत दूर कर सकता है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास पहुँच गया है। यह सिस्टम कल शाम यानि 10 फरवरी की शाम से पहाड़ी स्थानों को प्रभावित करेगा। जम्मू कश्मीर में कल से ही गतिविधियां शुरू होंगी जबकि 11 को हलचल और बढ़ेगी तथा हिमाचल और उत्तराखंड में भी वर्षा और हिमपात देखने को मिलेगा।
पर्यटकों के लिए भी आने वाले कुछ दिन अच्छे होंगे। 11 फरवरी से 13 फरवरी के बीच लोकप्रिय हिल स्टेशनों जैसे श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग, शिमला, धर्मशाला, मनाली, डलहौज़ी, कुफ़री, औली और नैनीताल में अच्छी बर्फबारी का नज़ारा दिखाई दे सकता है। इस दौरान पवित्र तीर्थ स्थानों बद्रीनाथ, केदारनाथ और वैष्णो देवी में भी भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
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मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 11 फरवरी से 14 फरवरी के बीच भारी बारिश और बर्फबारी अपने साथ कई चुनौतियाँ भी लेकर आएगी। कश्मीर के ऊंचे स्थानों पर अवलांच यानि हिमस्खलन की आशंका है जो सेना के जवानों के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी। ऊंचाई पर सैन्य चौकियों पर तैनात सैनिकों को बेहद सावधानी बरतने की ज़रूरत है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
इसके अलावा पर्यटकों को भी कहीं-कहीं रास्ते बंद होने से मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। लोगों को ज़रूरी मुस्तैदी के साथ जाना चाहिए। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह सिस्टम 14 फरवरी तक बारिश और बर्फबारी देने के बाद आगे निकल जाएगा। इसके बाद 15 फरवरी से एक नया सिस्टम फिर से उत्तर के पहाड़ों के करीब होगा। यह पिछले सिस्टम जितना प्रभावी भले नहीं होगा लेकिन 15 और 16 फरवरी को जम्मू कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यह बारिश देगा।
Image credit: NDTV
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