तमिलनाडु में भीषण बारिश का दौर फिर से लौट आया है। बारिश का सबसे अधिक ज़ोर राज्य के तटीय भागों खासकर चेन्नई में दिखना शुरू हो गया है। सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु में अधिकांश जगहों पर भारी वर्षा दर्ज की गई है। राज्य के कुछ भागों में मूसलाधार वर्षा देखने को मिली है।
इस समय (मंगलवार की दोपहर में) भी चेन्नई में आसमान बादलों से ढँका है और अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है। तमिलनाडु के पास समुद्र में बने वर्तमान मौसमी हालत को देखकर यह संभावना बन रही है कि राज्य के तटीय क्षेत्रों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा होने के आसार हैं, जिससे चेन्नई सहित तमिलनाडु के कई जिलों में वर्षा के जल से बाढ़ जैसे हालत पैदा होने की आशंका है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार चेन्नई के उत्तरी भागों में लोगों को ज़्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि इन भागों में भीषणतम बारिश दर्ज किए जाने की आशंका है। इसके अलावा राज्य के अन्य भागों खासतौर पर तटवर्ती जिलों में भी व्यापक बारिश बनी रहेगी।
तमिलनाडु से सटे पूर्वी तटों पर उत्तर से दक्षिण तक एक ट्रफ बनी हुई है। इसे उत्तर पूर्वी मॉनसूनी हवाएँ भी मदद कर रही हैं, परिणामस्वरूप दक्षिण भारत के पूर्वी तटों पर एक बार फिर से मौसम का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। इसका सबसे अधिक प्रभाव तमिलनाडु के अधिकांश भागों में देखा जा रहा है।
एक ओर पेरिस में दुनिया के 147 देशों के नेता पृथ्वी को बचाने के लिए जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन कर रहे हैं दूसरी ओर जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम दक्षिण भारत में हो रही मौसमी उथल-पुथल के रूप में हमारे सामने प्रमाण प्रस्तुत कर रहे हैं। पेरिस सम्मेलन से उम्मीद पैदा हुई है कि सबसे अधिक कार्बन उत्सर्जन करने वाले देश अपनी भूमिका को स्वीकार करते हुए उत्सर्जन कम करने पर गंभीर होंगे।
Image Credit: tribuneindia.com