पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में व्यापक रूप से वर्षा हुई है। इन राज्यों के कई हिस्सों से ओलावृष्टि भी देखने को मिली है।
स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार करनाल में 14 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अंबाला, रोहतक, हिसार और बीकानेर में 7 मिमी बारिश हुई। सोमवार सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान मेरठ, पटियाला, पिलानी और चूरू में 6 मिमी जबकि लुधियाना, श्रीगंगानगर और पालम में 4 मिमी बारिश हुई।
वर्तमान में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के ऊपर है। इस सिस्टम के प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे पंजाब पर है। पंजाब से उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ़ भी बना हुआ है।
English Version: Rain, hailstorm with lightning strikes likely in Punjab, Haryana and Uttar Pradesh, heavy damage to crops
इन सिस्टमों के संयुक्त प्रभाव के कारण अगले 24 घंटों के तक उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। उत्तरी पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की भी उम्मीद है। भारी ओलावृष्टि के कारण फसलों को बड़े नुकसान की आशंका है। इन राज्यों के कुछ स्थानों पर बिजली गिरने का भी खतरा है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह सभी मौसम गतिविधियाँ पंजाब और हरियाणा में 29 जनवरी की सुबह तक जारी रहने की उम्मीद हैं। हालांकि राजस्थान में मौसम आज रात से ही साफ़ हो जाएगा। लेकिन उत्तर प्रदेश की ओर बारिश की गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 29 जनवरी को अच्छी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कल दोपहर से हवाओं की दिशा बदल जाएगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी। और 30 या 31 जनवरी तक पूरे उत्तर पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्यिस की गिरावट होने की संभावना है। हवाएँ बदलने से सर्दियों वापसी होने के आसार हैं।
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