उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर 13 अप्रैल से काफी अच्छी बारिश रिकॉर्ड की जा रही है। खासतौर पर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख तथा उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों में व्यापक बारिश हुई है। फिलहाल बादल कम हो गए हैं, बारिश भी घट गई है, इसका कारण है पश्चिमी विक्षोभ का पूर्वी दिशा में आगे निकल जाना।
इस बीच एक नया और व्यापक रूप में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ फिर से उत्तर भारत में आएगा। यह सिस्टम 17 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पास पहुंचेगा जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है।
आगामी सिस्टम से भी जम्मू कश्मीर सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। जम्मू कश्मीर में श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम, पुलवामा, काजीगुंड, बांदीपुरा, जैसे तमाम इलाकों में व्यापक बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। कई स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। कश्मीर में हिमस्खलन और भूस्खलन की आशंका भी है।
हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। इन सभी क्षेत्रों में 19 अप्रैल तक बारिश जारी रहने के आसार नजर आ रहे हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात का भी अनुमान है।
पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में भी बारिश
मैदानी इलाकों पर सिस्टम का बहुत व्यापक असर नहीं पड़ेगा। हालांकि 17 से 19 अप्रैल के बीच पंजाब और हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर आंशिक बादल आते-जाते रहेंगे। शाम के समय बादलों की गर्जना और धूल भरी आंधी चलने के साथ वर्षा की संभावना रहेगी।
राजस्थान में इन 3 दिनों के दौरान आंधी और बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। इस समय तापमान बढ़ता रहता है। ऐसे में हवा में पहुंचती नमी के कारण मौसम करवट लेता है। आपको बता दें कि अगले चार-पांच दिनों के दौरान उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी पर ब्रेक लगी रहेगी
Image credit: The Indian Express
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