[Hindi] मध्य प्रदेश में और होगी बारिश, डिप्रेशन की वजह से मानसून है सक्रिय

September 7, 2018 2:51 PM | Skymet Weather Team

गुरुवार को मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में मानसूनी बारिश जारी रही। ऐसा देश के पूर्वी हिस्सों पर मौजूद डिप्रेशन की वजह से हुआ। स्काईमेट वेदर के अनुसार, वर्तमान में डिप्रेशन उत्तर-पश्चिम उड़ीसा और आसपास के इलाकों में देखा जा सकता है। इसकी वजह से पहले ही, पूर्वी मध्य प्रदेश में, भारी से बहुत भारी बारिश हुई है, जबकि पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है।

गुरुवार को सुबह 8:30 बजे से 24 घंटे के दौरान उमरिया में 81 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद सतना में 68 मिमी, पंचमढ़ी में 65 मिमी, खजुराहो में 49.4 मिमी, सागर में 27.8 मिमी, रीवा में 27 मिमी, बेतुल में 24 मिमी, सेओनी में 8.2 मिमी, मांडला में 9 मिमी, जबलपुर में 8 मिमी, भोपाल में 7 मिमी, गुना में 7.6 मिमी और इंदौर में 2.4 मिमी वर्षा हुयी।

अब यह डिप्रेशन पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है। 8 सितंबर तक, हम उम्मीद करते हैं कि ये मौसम प्रणाली उत्तर मध्य प्रदेश में निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में तब्दील हो जायेगी। इसलिए, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में सामान्य से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। उसके बाद बारिश, राज्य के उत्तरी जिलों को कवर करेगी।

अगर मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, अशोक नगर, बालाघाट, बरवानी, बेतुल, भिंड, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, दतिया, देवास, धार, डिंडोरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, झाबुआ, कटनी, खंडवा (पूर्वी निमर), खरगोन (पश्चिम निमर), मांडला, मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, रीवा, सागर, सतना, सीहोर, सेनी, शहडोल, शाजापुर, शेओपुर, शिवपुरी, सिधी, सिंगरौली, टिकमगढ़, उज्जैन, उमरिया और विदिशा जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है। इन बौछारों के साथ तेज हवायें भी चलेंगी।

9 सितंबर तक ये मौसम प्रणाली कमजोर हो सकती है। इसके मद्देनजर, राज्य के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में वर्षा की तीव्रता में काफी कमी आएगी। हालांकि, उत्तरी और उत्तर-पश्चिम जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले सप्ताह तक बारिश में व्यापक तौर पर कमी आने की उम्मीद है। लगातार हो रही बारिश के कारण अभी तापमान में लगातार कमी देखने को मिल रही है लेकिन कुछ दिनों बाद तापमान एक बार फिर बढ़ने लगेगा।

पिछले दो महीनों से मध्य प्रदेश में मानसून, असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। विशेष रूप से अगस्त के महीने में तो जोरदार बारिश देखने को मिली। सितंबर की शुरुआत भी बरसात के साथ हुयी। ऐसा बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रही मौसम प्रणालियों की वजह से मुमकिन हुआ है और ये मौसमी प्रणालियां राज्य में काफी सक्रिय थीं।

6 सितंबर तक मध्य प्रदेश के लिए संचयी बारिश सामान्य सीमा में है। अगर आंकड़ों का और बारीकी से विश्लेषण करें तो पश्चिम मध्य प्रदेश में सामान्य औसत से 4% कम वर्षा हुई है जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में 8% वर्षा की कमी है।

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