पूर्वोत्तर भारत में बीते कई दिनों से रुक-रुककर अच्छी प्री-मॉनसून वर्षा हो रही है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पूर्वी मध्य प्रदेश से मणिपुर तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों में आर्द्र हवाएं भी नमी बढ़ा रही हैं। जिसके कारण असम, मेघालय और त्रिपुरा में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। पूर्वी बांग्लादेश में भी मूसलाधार बारिश होने के आसार हैं।
पूर्वी बांग्लादेश और इससे सटे त्रिपुरा पर 2 या 3 जून को एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके चलते 2-3 जून से बारिश की गतिविधियां और बढ़ सकती है। ज़्यादा बारिश बांग्लादेश, त्रिपुरा, मेघालय और इससे सटे हुए दक्षिणी असम में देखने को मिलेगी। इन भागों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
असम में पहले से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण असम में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। राज्य में लगभग 30,000 लोग प्रभावित हुए हैं। जोरहाट जिले के अधिकांश गांव और बराक घाटी का करीमगंज जिला बाढ़ के पानी से भरा हुआ है। लगातार हो रही बारिश के कारण भारत और बंगलादेश के बीच बह रही लोंगई नदी के पानी का स्तर बढ़ गया है। इसके अलावा सिंगला नदी भी अनेकों बांध काटते हुए आस-पास के गांवों को प्रभावित किया है।
पिछले हफ्ते भोगदोई नदी में पानी बढ़ने से सोलमोरा क्षेत्र के पास बने बांध का एक हिस्सा बह गया। बाढ़ के इस कहर के कारण सैकड़ों परिवार बेघर हो गए। भोगदोई नदी पर बना इस बांध के बहने के कारण आस-पास के गांवों में वृहद रूप में बाढ़ का कहर देखने को मिला है।
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मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 2-3 जून के दौरान असम, मिज़ोरम और त्रिपुरा के अधिकांश भागों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। बारिश की तीव्रता 4 से 7 जून के बीच और ज्यादा बढ़ सकती हैं। इसके कारण बाढ़ का कहर और ज्यादा बढ़ सकता है। इसके अलावा बांग्लादेश में भी बाढ़ का कुछ असर देखने को मिल सकता है।
Image Credit: The Shillong Times
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