राजस्थान के पूर्वी भागों में पिछले कई दिनों से अच्छी मॉनसून की बारिश रिकॉर्ड की जा रही है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में ठीक इसके विपरीत यानि गर्म और शुष्क तथा उमस भरी हवाओं के कारण असहज मौसम बना हुआ है।
इस समय, मॉनसून ट्रफ की अक्षीय रेखा लगातार राजस्थान के मध्य भागों से गुजर रही है। जबकि, एक उप तटीय ट्रफ रेखा गुजरात से उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी की ओर फैली हुई है। इन मौसमी सिस्टमों के कारण, राज्य के पूर्वी भागों में गरज के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता वाली बारिश होने की उम्मीद है।
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जबकि, राजस्थान के उत्तरी इलाकों में अगले 24 घंटों बाद एक-दो स्थानों पर भारी बारिश देखी जा सकती है। दूसरी तरफ, पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्रों में नमी की कमी के कारण यह इलाका मुख्यतः गर्म और शुष्क ही बना रहेगा।
हालांकि, कुछ समय बाद, पश्चिमी विक्षोभ जो इस समय ईरान क्षेत्र पर है वह पूर्वी / पूर्वोत्तर दिशाओं में बढ़ेगा और 6 या 7 अगस्त के आसपास राज्य के उत्तर-पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियों को बढ़ाएगा।
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राज्य के धौलपुर, दौसा, सवाई माधोपुर और अलवर में 5 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है।
3 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी राजस्थान में बारिश 21 प्रतिशत अधिक हुई है। जबकि, पश्चिमी राजस्थान अभी भी 5 प्रतिशत की कमी से चल रहा है। आगामी वर्षा निश्चित रूप से पूर्वी राजस्थान के अधिशेष में सुधार करने में मदद करेगी। हालांकि, अगले दो दिनों के दौरान मॉनसूनी वर्षा के अभाव में, पश्चिमी राजस्थान में वर्षा की कमी बढ़ जाएगी।
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