पिछले 24 घंटों के दौरान तमिल नाडु के कई जिलों में भारी बारिश देखी गई है। चेन्नई में 96 मिलीमीटर की भारी बारिश हुई है तथा पारंगीपत्ताई में 147 मिलीमीटर और कराईकाल में 110 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। आंतरिक तमिलनाडु में भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
अगले 48 घंटों के दौरान तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है जिससे कई स्थानों पर जलभराव हो सकता है तथा एक-दो स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है। चेन्नई सहित पुडुचेरी, तिरुवल्लुवर, रानीपेट, चैंगलपेट, वेल्लोर तथा कुड्डालोर आदि जिलों में रेड अलर्ट जैसी स्थिति बनने की संभावना है।
एक निम्न दबाव का क्षेत्र तमिलनाडु के दक्षिणी भागों में बना हुआ है तथा उससे संबंधित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना है। इसके प्रभाव से उत्तर पूर्वी दिशा से काफी तेज हवाएं तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के तट की तरफ आ रहे हैं जिससे बारिश काफी ज्यादा तेज हो सकती है।
आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भी अगले 2 या 3 दिनों तक कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। अगले 2 या 3 दिनों के दौरान तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में तेज हवा गंदी है तथा समुद्र में ऊंची लहरें उठने की भी संभावना है। इसलिए मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वह अगले दो-तीन दिनों समुद्र में ना जाए।
रायलसीमा तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटका में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 29 नवंबर के बाद इन सभी राज्यों में बारिश की गतिविधियों में भारी कमी आएगी तथा स्थिति सामान्य होने लगेगी।