बिहार और झारखंड में अप्रैल की विदाई अच्छी बारिश के साथ हुई। हालांकि 1 मई को दोनों राज्यों में बारिश में कमी देखने को मिली। अब पुनः मौसम सक्रिय हुआ है और अगले दो दिनों तक दोनों राज्यों में फिर से प्री-मॉनसून बारिश होने की संभावना है। इस समय एक ट्रफ रेखा हरियाणा से झारखंड होते हुए पूर्वी भारत तक बनी हुई है। इसके चलते पूर्वी भागों में मौसम सक्रिय रहेगा और 4 मई की सुबह तक वर्षा देखने को मिलेगी।
अनुमान है कि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान झारखंड में कई जगहों पर जबकि बिहार में कुछ स्थानों पर प्री-मॉनसून वर्षा हो सकती है। इस दौरान झारखंड के कई जिलों में बारिश के साथ बादलों की गर्जना होने और तूफानी हवाएँ चलने की भी संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश और बिजली गिरने के भी आसार हैं। रांची, जमशेदपुर, बांका, भागलपुर सहित आसपास के इलाके प्रभावित हो सकते हैं। दोनों राज्यों में बारिश का ज़ोर मुख्यतः दक्षिणी और पूर्वी जिलों में अधिक हो सकता है।
[yuzo_related]
इस समय आमतौर पर झारखंड, बिहार के कुछ भागों, ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल में भीषण गर्जना के साथ बिजली गिरने की घटनाएँ देखने को मिलती हैं। अप्रैल से जून के बीच होने वाली इन गतिविधियों को कालबैसाखी या नोर्वेस्टर कहा जाता है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान इन सभी इलाकों में काल बैसाखी की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। जिससे जान और माल के हानि की आशंका है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 से 36 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर पेड़ गिरने और बिजली के तार तथा खंभों के गिरने की घटनाएँ भी हो सकती हैं। हवा की गति कुछ समय के लिए भीषण होगी जिससे कच्चे मकान या झोपड़ी भी क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इसके चलते सुझाव है कि बिहार और झारखंड में लोग सावधान रहें। मौसम में हलचल के समय घर से बाहर निकलने बचें। फिलहाल पिछले दिनों की बारिश से पूर्वी भारत के इन दोनों प्रमुख राज्यों में दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं। अगले कुछ दिनों तक पारा इसी स्तर पर बना रहेगा और गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी।
Image credit: The Financial Express
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।