निम्न दबाव का क्षेत्र अब झारखंड और इससे सटे छत्तीसगढ़ और बिहार के हिस्सों पर बना हुआ है। सिस्टम धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा और उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और वस्तुतः पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के पूर्वी राज्यों में घूमेगा। निम्न दबाव क्षेत्र का अवशेष बांग्लादेश से होकर गुजरेगा और अंततः इस सप्ताह के अंत तक असम और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल में भर जाएगा। सप्ताह के दौरान पूर्वी राज्यों और पूर्वोत्तर भारत में भारी वर्षा होने की संभावना है।
गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा के सुदूर उत्तरी भागों में आज और कल भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 05 और 06 अक्टूबर को भारी वर्षा बेल्ट उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम के पश्चिमी हिस्सों में स्थानांतरित हो जाएगी। असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में 03 से 07 अक्टूबर के बीच भारी बारिश होगी। सुदूर पूर्वी राज्यों नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी इस अवधि के दौरान मध्यम वर्षा होगी। 07 से 09 अक्टूबर के बीच क्षेत्र में कमजोर चक्रवाती परिसंचरण बना रहेगा और इसलिए पूरे क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
10 से 12 अक्टूबर के बीच चक्रवाती परिसंचरण और मौसम प्रणाली उसी क्षेत्र में भरना शुरू कर देगी। बादलों का फैलाव व्यापक होकर पूरे क्षेत्र को एक साथ कवर कर लेगा, लेकिन अधिकांश हिस्सों में तेज़ बारिश कम हो जाएगी। 12 अक्टूबर के बाद ही इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निकासी की उम्मीद है जब बारिश जोर पकड़ लेगी और बादल सूख जाएंगे। इसके बाद, ऐसी निरंतर स्थितियाँ क्षेत्र से मानसून की वापसी का मार्ग प्रशस्त करेंगी।