स्काइमेट द्वारा किये गए पूर्वानुमान के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में बिहार और झारखंड दोनों राज्यों में बारिश रिकॉर्ड हुई है। 4 जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार बिहार में 47% और झारखंड में 43% बारिश की कमी दर्ज की गई है। बिहार के भागलपुर में पिछले 24 घंटों में 6.6 मिमी, फारबिसगंज में 2.2 मिमी, मुज़फ़्फ़रपुर में 2.4 मिमी, जबकि राजधानी पटना में 2.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों द्वारा अलग-अलग तीव्रता के साथ बारिश का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। जिसमें 5 और 6 जुलाई को हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि, 7 जुलाई को बारिश बढ़ सकती है तथा 8, 9, 10 और 11 जुलाई को पूरे क्षेत्र में मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
बिहार और झारखण्ड में अगले कुछ दिनों में अधिक मॉनसून की बारिश के लिए स्थिति अब अनुकूल हो रही है। जल्द ही, इस क्षेत्र में वर्षा में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। आपको बता दें कि, अगले कुछ दिनों में उतर प्रदेश और उससे सटे मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड के इलाके बारिश की गतिविधि का केंद्र बन जाएंगे।
इस समय एक निम्न दवाब क्षेत्र जो कि दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में बना हुआ है। यह सिस्टम जल्द ही कम चिन्हित होने के साथ पूर्वी दिशा में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटे इलाकों की और बढ़ेगा। इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पूर्वी उमस भरी हवाएँ पूर्वी राज्यों में चल रही हैं। इसके अलावा, एक ट्रफ रेखा उत्तर-भारत के पहाड़ियों के साथ-साथ आसपास की भारत-गंगा के मैदानों क्षेत्रों में भी स्थानांतरित हो जाएगी।
चूंकि, बिहार का क्षेत्र नेपाल की तलहटी के आसपास के क्षेत्र में पड़ता है, जहाँ कई नदियाँ हैं। इसके कारण, स्थानीय भागों में बाढ़ जैसी स्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता है। सुपौल, भागलपुर, पूर्णिया और मोतिहारी जैसे उत्तरी शहर ऐसी घटनाओं के लिए सबसे अधिक खतरे में है। स्काईमेट अगले एक सप्ताह में इन क्षेत्र के निवासियों के लिए बाढ़ के खिलाफ एहतियाती सावधानी बरतने की सलाह देता है।
इस साल बिहार और झारखंड राज्यों में मॉनसून की शुरुआत में देरी हुई है। जून का महीना बारिश के लिहाज से बेहद खराब था। आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में जून की समाप्ति तक 41 प्रतिशत बारिश की कमी रही जबकि झारखंड में 55 प्रतिशत बारिश की कमी रही। हालांकि, आगे होने वाले संभावित बारिश की वजह से बारिश की कमी के आंकड़े में सुधार होने की उम्मीद है।
Image Credit:DNA India
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