मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों और छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ के उत्तरी इलाके ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ ओले गिरने और तूफानी हवाएं चलने की भी आशंका है। बीते 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ में खासतौर पर उत्तरी इलाकों में हल्की वर्षा हुई है। जबकि राज्य के दक्षिणी हिस्सों में मौसम सूखा रहा।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है और उत्तरी बिहार से महाराष्ट्र तक कोन्फ़्लुएन्स ज़ोन बना हुआ है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी पर एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र विकसित हो रहा है। इन सभी सिस्टमों का संयुक्त प्रभाव छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश पर दिखेगा।
भारी वर्षा से फसलों को नुकसान
पूर्वी मध्य प्रदेश में अगले 2 दिनों तक यानी 25 फरवरी तक रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है जबकि छत्तीसगढ़ के उत्तरी और मध्य भागों में 24 और 25 फरवरी को अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा होने के आसार हैं। अंबिकापुर, महेंद्रगढ़, सरगुजा, रायपुर, रायगढ़ और दुर्ग समेत अनेक शहरों में भारी वर्षा के साथ ओलावृष्टि होने, बिजली गिरने और तूफानी हवाएं चलने की भी संभावना है।
तेज़ वर्षा के साथ इन मौसमी गतिविधियों के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में गेहूं और चने सहित अनेक फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। जबकि छत्तीसगढ़ में सरसों समेत अनेक फसलों को भारी नुकसान होगा क्योंकि बारिश का सबसे ज़्यादा असर उत्तरी छत्तीसगढ़ में ही रहेगा।
बारिश के दौरान गिरेगा पारा
बारिश के दौरान छत्तीसगढ़ में दिन का तापमान कई जगहों पर सामान्य से 5 से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाएगा। पूर्वी मध्य प्रदेश में भी अधिकतम तापमान अगले दो-तीन दिनों के दौरान सामान्य 4-5 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया जा सकता है।
पूर्वी मध्य प्रदेश में सागर, सतना, रीवा, छतरपुर, कटनी और आसपास के इलाकों में वर्षा की संभावना है। जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, सवाई माधोपुर समेत पश्चिमी और दक्षिणी मध्य प्रदेश के शहरों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा
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