उत्तर प्रदेश पर इस समय मॉनसून की अक्षीय रेखा सक्रिय है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र भी राज्य के पूर्वी और मध्य भागों में मॉनसून को तेज़ करने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसके चलते राज्य के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान भी मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश हुई है जबकि दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
राज्य में गंगा और इसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रही हैं। शारदा और घाघरा नदियां लखीमपुर, बाराबंकी और बलिया में अपने तटों की सीमा से बाहर निकल गई हैं और कई गाँव पहले से ही जलमग्न हो गए हैं। प्रयागराज और बलरामपुर में यमुना और राप्ती नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा और रामगंगा का भी जलस्तर तेज़ी से बढ़ा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान लखनऊ में 69 मिलीमीटर की भीषण बारिश हुई। इसी तरह मुरादाबाद में 34 मिमी, कानपुर में 17 और नजीबाबाद में 18 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मॉनसून की अक्षीय रेखा अब राज्य के दक्षिणी भागों पर पहुँच गई है और इस समय उत्तरी राजस्थान से दक्षिणी उत्तर प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्यम से भारी बारिश उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में होने की संभावना है। इसमें सबसे अधिक वर्षा राज्य के मध्य भागों में देखने को मिल सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश में कम हो गई है। आने वाले दिनों में वाराणसी सहित आसपास के भागों में तेज़ वर्षा की उम्मीद कम है।
अगले 12 घंटों के दौरान आगरा, मथुरा, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, अलीगढ़, मेरठ, हापुड़, बागपत, बरेली, बाराबंकी, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, सहारनपुर, संभल, सीतापुर, फ़र्रुखाबाद, कन्नौज, फिरोज़ाबाद, कानपुर, इलाहाबाद, अमेठी, बहराइच, आजमगढ़, देवरिया में अच्छी बारिश की संभावना है। एटा, इटावा, फैजाबाद, फतेहपुर, गाज़ीपुर, गोरखपुर, हमीरपुर, हरदोई, जालौन, जौनपुर, झांसी, लखनऊ, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ औरसुल्तानपुर में भी बारिश होगी।
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