मध्य प्रदेश में कई हिस्सों में अभी भी मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। राज्य में मॉनसून वर्षा में पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, राज्य के उत्तरी और मध्य जिलों में कई स्थानों पर मध्यम से भारी मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इस दौरान ग्वालियर राज्य में सबसे अधिक वर्षा वाला ज़िला रहा। जहां रविवार सुबह 8:30 बजे से सोमवार सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों के दौरान ग्वालियर में 102 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई। इसी दौरान नौगाँव में 54 मिमी, सागर और टीकमगढ़ में 26 मिमी, गुना में 24 मिमी, शाजापुर में 19 मिमी और बैतूल में 12 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।
इसी दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के शहरों खासकर सतना, खजुराहो, दमोह, जबलपुर, पचमढ़ी, उज्जैन और खरगौन तथा आसपास के इलाकों में हल्की वर्षा की गतिविधियाँ देखने को मिलीं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, सितंबर के बचे हुए दिनों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना है।
बारिश की तीव्रता 27 सितंबर के आसपास बढ़ने की संभावना है। इस दौरान उज्जैन, रतलाम, सतना, दमोह, इंदौर आदि स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। हालांकि आगामी अच्छी बारिश का दौर लंबा नहीं चलेगा बल्कि 28 सितंबर से बारिश में फिर से कमी आ जाएगी। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि मौसम पूरी तरह से सूखा हो जाएगा। बल्कि कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा बरकरार रहेगी।
इस साल मध्य प्रदेश में देश में सबसे ज़्यादा बारिश हुई है। पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 57 प्रतिशत अधिक जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश 14 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।
Also, Read In English: Very heavy rain of 102 mm lashes Gwalior, more heavy showers ahead for Ujjain and Indore
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में ज़्यादा वर्षा के कारण राज्य की महत्वपूर्ण फसलों को बाढ़ के कारण नुकसान पहुंचा है। और अभी भी बारिश का अंत नहीं हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अक्टूबर के महीने में भी बारिश जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि अक्टूबर के पहले सप्ताह से पहले मॉनसून की वापसी की उम्मीद नहीं है।
Image Credits: The Indian Express
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।
देश भर के मौसम का हाल जानने के लिए देखें विडियो: