उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में पिछले 24 से 48 घंटों से बारिश की गतिविधियां शुरू हुई हैं। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी रिकॉर्ड की गई है। विशेषकर हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर मूसलाधार वर्षा हुई। बीते 24 घंटों में सुंदरनगर में 61 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, तीनों पर्वतीय राज्यों में आज भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अनेक स्थानों पर जलभराव या भूस्खलन जैसी स्थितियों की आशंका है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई रास्ते भी बंद हो सकते हैं। अनेक सड़कों पर आवागमन बाधित हो सकता है। यातायात पर अगले 2 दिनों के दौरान मौसम की विपरीत स्थितियों का व्यापक असर होने की आशंका है।
इस समय छुट्टियों का मौसम चल रहा है देश के विभिन्न भागों से पर्यटक पर्वतीय राज्यों में पर्यटन का लुत्फ लेने पहुंचे हैं। हमारा सुझाव है कि न सिर्फ पर्यटकों को बल्कि स्थानीय लोगों को भी अगले 24 से 48 घंटों के दौरान मौसम की बिगड़ी चाल के कारण बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। पर्वतीय राज्यों में बारिश की गतिविधियां एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही हैं। यह सिस्टम काफी प्रभावी है और कश्मीर के पास से पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है।
पहाड़ों पर 26 जून से बारिश में कमी आ जाएगी। लेकिन इन राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। कल के बाद यानी 27 जून से हिमालयी राज्यों में बारिश व्यापक रूप में कम हो जाएगी और महज एक-दो स्थानों पर ही वर्षा देखने को मिलेगी। बारिश में कमी से पर्यटकों को निकलने में आसानी होगी।
हमारा अनुमान है कि जून के आखिरी दिनों में भी पर आंशिक बादल बने रहेंगे और ठंडी-ठंडी हवाएं चलती रहेंगी। मौसम सुहावना होगा और बारिश कम से कम होगी। यह समय पर्यटकों के लिए बेहतरीन होगा। इस बीच दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2019 भी उत्तराखंड के कुछ भागों में 24 जून को पहुँच गया। इसके कारण उत्तराखंड और आसपास के भागों में बारिश की गतिविधियां बढ़ गई हैं।
मॉनसून की उत्तरी सीमा उत्तराखंड के मुक्तेश्वर तक पहुंच गई है। इसके कारण उत्तराखंड में अधिकांश स्थानों पर अगले दो दिनों के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है।
Image credit: Northlines
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