उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में अच्छी बारिश और बर्फबारी के लिए मौसम अनुकूल बन रहा है। इससे पहले बीते कुछ दिनों के दौरान जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक लोगों को बारिश और बर्फबारी जैसी गतिविधियों से राहत मिली थी। हालांकि कश्मीर के पहाड़ी स्थानों पर कहीं-कहीं हल्की वर्षा या बर्फबारी जारी रही। जैसा कि आप जानते हैं जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश का मुख्य श्रोत हैं पश्चिमी विक्षोभ, इस समय भी एक नया और प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब पहुँच चुका है।
इस सिस्टम के चलते पर्वतीय भागों में हल्की वर्षा की गतिविधियां पहले से ही शुरू हो गई हैं। बीते 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई है। धीरे-धीरे बारिश के दायरे और इसकी तीव्रता में बढ़ोत्तरी होगी।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 7 मार्च की रात से बारिश ज़ोर पकड़ेगी और 11 मार्च तक अच्छी वर्षा जारी रहने की संभावना है। अनुमान है कि इस दौरान जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी स्थानों पर कहीं-कहीं भारी बारिश और हल्की से मध्यम बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है।
स्काइमेट ने फिर से दोहराया है कि पहाड़ी स्थानों पर बड़े हिमस्खलन की आशंका फिलहाल नहीं है लेकिन भारी वर्षा की आशंका को देखने भू-स्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अगले कुछ दिनों के दौरान पर्वतीय राज्यों के लिए मौसम चुनौती बना रहेगा। क्यूमुलोनिंबस बादल बनने की भी आशंका है जिससे पहाड़ों पर कहीं-कहीं बादल फटने की भी आशंका है।
इस सप्ताह के अंत तक उत्तर भारत में स्थित पर्वतीय राज्यों में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। यह कहा जा सकता है कि पहाड़ी राज्यों में इस सीज़न की भारी बारिश का यह आखिरी दौर हो सकता है। 8 से 12 मार्च की अच्छी वर्षा के बाद 13 मार्च को मौसम साफ हो जाएगा। मौसम में व्यापक बदलाव के चलते इस सप्ताह दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी।
Image credit: OdishaSamay
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।