दक्षिण भारत:
चक्रवात अंफन, 17 मई की शाम तक एक बहुत ही गंभीर चक्रवात में बदल जाएगा। तूफान के कारण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में उथल-पुथल मची हुई है।
फिलहाल जब तक यह आगे बढ़ेगा और लैंडफॉल करेगा उससे पहले दक्षिण भारत में केरल के दक्षिणी तटीय हिस्सों, तटीय तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों में तेज़ हवाएँ चलती रहेंगी। मछुआरों को सलाह कि कम से कम अगले 72 घंटों तक समुद्र में न जाएं।
इस बीच केरल और तटीय कर्नाटक में भारी बारिश भी संभव है। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तेलंगाना में कुछ समय के लिए बौछारें गिर सकती हैं।
पूर्व और पूर्वोत्तर:
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत पर भी संभावना है कि तूफान अपना प्रभाव दिखाएगा। लेकिन तब जब यह लैंडफॉल करने के करीब होगा। इस बीच एक चक्रवाती सिस्टम पूर्वी बांग्लादेश पर है और एक ट्रफ इस सिस्टम से बिहार तक बनी हुई है। इसके चलते असम में मध्यम बारिश संभव है।
शेष पूर्वोत्तर भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा के भी कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा गर्जना के साथ हो सकती है।
बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम मुख्यतः शुष्क ही बना रहेगा।
उत्तर भारत:
उत्तरी पाकिस्तान पर एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। यह वास्तव में एक पश्चिमी विक्षोभ ही है लेकिन कमजोर है। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, गिलगित बाल्टिस्तान और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के छिटपुट बारिश की संभावना है।
पंजाब में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। लेकिन हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क और बहुत गर्म रहेगा।
मध्य भारत:
छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश जारी रहने की संभावना है। विदर्भ और दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा के आसार हैं। राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में गर्जना के साथ बूँदाबाँदी हो सकती है।
छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और दक्षिणी मध्य प्रदेश में दिन के साथ-साथ रात का तापमान भी अब बढ़ सकता है।
Image Credit: Deccan Chronicle
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।