अब तक देश भर में मॉनसून का प्रदर्शन कमोबेस संतोषजनक कहा जा सकता है। हालांकि कुछ इलाके ऐसे हैं जहां सामान्य से काफी अधिक वर्षा हुई है तो कई भागों में मॉनसून की बेरुखी बनी हुई है। जहां तक उत्तर प्रदेश में मॉनसून के प्रदर्शन का सवाल है, तो यहाँ पूर्वी भागों में सामान्य से 12 प्रतिशत कम 427 मिलीमीटर बारिश हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश अपेक्षाकृत अधिक पीछे है। पश्चिमी हिस्सों में सामान्य से 26 प्रतिशत कम 303 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
इस बीच अच्छी खबर यह है कि राज्य के अधिकतर हिस्सों में अगले कई दिनों तक मॉनसून सक्रिय रहेगा और मध्यम से भारी बारिश कई जगहों पर देखने को मिलेगी। हालांकि तराई क्षेत्रों और पूर्वी जिलों में अगले कुछ दिनों के दौरान बाढ़ की चुनौती भी सामने होगी। बहराइच, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर और देवरिया विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमाओं से होकर गुज़र रही मॉनसून की अक्षीय रेखा अब उत्तरवर्ती हो गई है और इस समय फ़िरोज़पुर, करनाल, फुरसतगंज, दिघा, डाल्टनगंज होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है। इसके अलावा उत्तरी मध्य प्रदेश और इससे सटे उत्तर प्रदेश पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश पर पहुंचेगा और जल्द ही मॉनसून की अक्षीय रेखा में मिल जाएगा।
इस मौसमी परिदृश्य के बीच उत्तर प्रदेश पर अगले 4-5 दिनों के लिए मॉनसून सक्रिय रहेगा। झाँसी, ललितपुर, बांदा और कानपुर जैसे दक्षिणी भागों में पहले से ही बारिश शुरू हो गई है। धीरे-धीरे बारिश का दायरा उत्तर प्रदेश के सभी भागों में बढ़ जाएगा। वाराणसी से लेकर, इलाहाबाद, लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, सहारनपुर और बरेली सहित लगभग सभी स्थानों पर अगले 3-4 दिनों के दौरान बारिश होने की संभावना है।
दक्षिणी भागों से शुरू होकर धीरे-धीरे उत्तरी हिस्सों में बारिश पहुंचेगी। वाराणसी सहित पूर्वी हिस्सों में 11 अगस्त को भारी बारिश होगी। जबकि गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़, सहित पूर्वी और तराई वाले जिलों में 12 और 13 अगस्त को भीषण वर्षा होने की आशंका है। इससे उत्तर प्रदेश में नदियां फिर से उफान पर होंगी और कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
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मॉनसून ट्रफ इस दौरान तराई क्षेत्रों में होगी जिसके चलते नेपाल में भी भारी वर्षा दर्ज की जाएगी। गौरतलब है कि नेपाल में होने वाली भारी वर्षा के कारण भी उत्तर प्रदेश के कई ज़िले बाढ़ की ज़द में आ जाते हैं। श्रावस्ती, बलरामपुर, फ़ैज़ाबाद, देवरिया, अकबरपुर, संतकबीरनगर सहित उत्तर-पूर्वी भागों में अगले कुछ दिनों के दौरान जहां आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है वहीं स्थानीय प्रशासन को पहले से ही एहतियाती तैयारी करने की ज़रूरत है।
Image credit: Subgurunews
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