वर्ष 2019 की शुरुआत से ही उत्तर के पहाड़ों पर जमकर बारिश और बर्फबारी हो रही है। जनवरी में अब तक 6 बार बेहद सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ों पर आ चुके हैं जिनके चलते छोटे-छोटे अंतराल को छोड़कर कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक अधिकांश इलाकों में बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई है। कई स्थानों पर सामान्य से 100% अधिक यानी औसत से सौ गुना अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इसमें कश्मीर ही नहीं उत्तराखंड के भी कई स्थान शामिल हैं। इस बीच एक नया और प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास पहुंच गया है। इसके चलते पहाड़ी राज्यों में घने बादल बने हुए हैं और पिछले 24 घंटों से जम्मू कश्मीर में हल्की वर्षा देखने को मिली है। आज दोपहर बाद बारिश और बर्फबारी जम्मू कश्मीर के अधिकांश भागों में शुरू हो जाएगी। इसकी तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ जाएगी। साथ ही शाम और रात से हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के भी कई इलाकों में वर्षा और बर्फबारी शुरू होने की संभावना है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 31 जनवरी को लेह, लद्दाख, कारगिल, गुलमर्ग, कुलगाम, पहलगाम और हिमाचल प्रदेश में किन्नौर, कुल्लू, मनाली, शिमला, धर्मशाला, लाहौल स्पीति, रोहतांग पास तथा उत्तराखंड में चमोली, गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ, जैसे ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। इन इलाकों में आशंका बर्फीले तूफान की भी है। इसके चलते इन राज्यों में अगले दो-तीन दिनों के दौरान हिमस्खलन और भूस्खलन का भी खतरा रहेगा। जिससे कई रास्ते बंद हो सकते हैं। अगले एक हफ्ते तक जन-जीवन होगा प्रभावित अगले कुछ दिनों के दौरान पहाड़ी राज्यों में आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो सकता है। भारी हिमपात के कारण कई स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे यानि जमाव बिंदु से नीचे जा सकता है जिसके कारण स्थानीय लोगों की दिक्कतें बढ़ जाएंगी। अनेक इलाकों में पीने के लिए पानी की भी क़िल्लत होने की आशंका है।
एक फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में निकलेगा और गतिविधियां धीरे धीरे बंद होंगी। लेकिन भारी हिमपात का आफ्टर इफेक्ट ऊंचे स्थानों पर जारी रहेगा। यही नहीं 2-3 फरवरी के छोटी अंतराल के बाद 4 फरवरी की शाम को एक नया और बेहद सक्रिय पश्चिम विक्षोभ फिर से पहाड़ों पर पहुंचेगा। इसके कारण 5 और 6 फरवरी को उत्तर भारत के तीनों पर्वतीय राज्यों में ना सिर्फ मूसलाधार वर्षा और भारी हिमपात की संभावना है बल्कि बर्फीले तूफान से इन राज्यों में जन-जीवन पटरी से उतर सकता है। Feature and Social Image credit: Jagran.com कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।