उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से बारिश का मौसम बना हुआ था। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पिछले 3-4 दिनों से गरज के साथ बौछारें दर्ज की जा रही थीं। पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर भारी वर्षा के साथ जबरदस्त ओलावृष्टि हुई है।
उत्तर भारत के राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं भी चली हैं जिससे फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। खासतौर पर पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के तराई वाले क्षेत्रों और उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी भागों में भारी वर्षा और बड़े-बड़े ओलों ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हुई भारी वर्षा
बीते 24 घंटों के दौरान पंजाब के लुधियाना में 22 और पटियाला में 18 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। हरियाणा के करनाल में 36 मिमी की भारी बारिश हुई। इसी दौरान अंबाला में 15 और चंडीगढ़ में 9 मिमी वर्षा हुई। राजधानी दिल्ली में 37 मिलीमीटर की भारी वर्षा महज़ 3 घंटों में रिकॉर्ड की गई। दिल्ली के अलावा नोएडा और गाज़ियाबाद में भी व्यापक रूप में ओले गिरे।
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इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर, चंबा, सोलन, धर्मशाला और शिमला में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई है। उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई। उत्तरकाशी में 28 मिमी, पिथौरागढ़ में 23, चंपावत 22 और मुक्तेश्वर में 19 मिलीमीटर बारिश हुई है।
बारिश के चलते कल यानि 14 मार्च उत्तर भारत के कई शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5 से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रिकॉर्ड किया गया। अब उत्तर भारत में मौसम साफ होगा जिससे तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी।
उत्तर भारत में बारिश में अब आएगी कमी
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर में बारिश देने वाले सिस्टम यानि जम्मू कश्मीर के पास बना पश्चिमी विक्षोभ और मैदानी क्षेत्रों पर सक्रिय चक्रवाती सिस्टम भी कमजोर हो गया है। उत्तर प्रदेश पर बनी ट्रफ भी कमजोर हो गई है जिससे उत्तर भारत में आज से मौसम साफ होने की उम्मीद है। हालांकि एक-दो स्थानों पर आज भी हल्की वर्षा हो सकती है। कल से कम से कम एक सप्ताह तक उत्तर भारत में शुष्क मौसम की संभावना है।
Image credit: The Indian Express
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