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[Hindi] उत्तर भारत में 20 अप्रैल तक जबर्दस्त प्री-मॉनसून वर्षा, कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी वर्षा से भूस्खलन की आशंका

April 15, 2020 1:18 PM |

उत्तर भारत में कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक इस साल प्री-मॉनसून सीजन में अच्छी वर्षा देखने को मिल रही है। इस समय एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास बना हुआ है, जिसके चलते पिछले 48 घंटों में कश्मीर के कई इलाकों में व्यापक बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश तथा लद्दाख में भी कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई है।

वर्तमान मौसमी सिस्टम 15 अप्रैल तक सक्रिय रहेगा। इसके प्रभाव से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में 15 अप्रैल को भी कुछ स्थानों पर वर्षा देखने को मिल सकती है। इस दौरान बारिश की सबसे अधिक गतिविधियां जम्मू कश्मीर में होंगी। बाकी पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।

17 अप्रैल से भारी बारिश की वापसी

16 अप्रैल को उत्तर भारत में मौसम की हलचल कम हो जाएगी। लेकिन 17 अप्रैल को एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ फिर से उत्तर भारत का रुख कर चुका है। पहाड़ों पर 17 अप्रैल से इसका प्रभाव दिखेगा। अनुमान है कि यह सिस्टम भी एक लंबा स्पेल पर्वतीय राज्य में देकर जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 17, 18 और 19 अप्रैल को जम्मू कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में जबकि हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी।

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आगामी स्पेल ऊंचाई वाले इलाकों में कहीं-कहीं पर बर्फबारी दे सकता है। साथ ही 1-2 स्थानों पर भारी वर्षा की गतिविधियां भी देखने को मिल सकती हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के चलते अगले 1 सप्ताह तक दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे चलता रहेगा।

सामान्य से अधिक हुई है उत्तर भारत में बारिश

1 मार्च से लेकर 15 अप्रैल के बीच उत्तर भारत के भागों में सामान्य से 46% अधिक वर्षा हुई है। इस दौरान उत्तराखंड में सामान्य से 76% ज़्यादा 121 मिमी बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 25% ज़्यादा 175 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि जम्मू कश्मीर में सामान्य से 14% ज़्यादा 228 मिमी वर्षा हुई है।

आने वाले दिनों में अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए कह सकते हैं कि इन आंकड़ों में और वृद्धि होगी।

Image credit: Rising Kashmir

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