पिछले एक हफ्ते से मानसूनी बारिश पूर्व और पूर्वोत्तर भारत तक सीमित रही है। विशेष रूप से, उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाके शुष्क रहे हैं, जिससे गर्म मौसम की स्थिति बनी हुई है।हालांकि, अच्छी खबर यह है कि बारिश जल्द ही वापसी के लिए तैयार है, लेकिन बुरी खबर यह है कि ये मानसून सीजन की आखिरी बारिश होगी।
स्काईमेट वेदर के अनुसार, 22 सितंबर के आसपास पश्चिमी हिमालय के पास एक पश्चिमी विछोभ सक्रिय हो रहा है। साथ ही उत्तरी बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र भी देश के मध्य भागों तक पहुंच जाएगा, हालांकि इसकी प्रकृति कमजोर होगी। उत्तरी मध्य प्रदेश से उत्तराखंड तक एक ट्रफ आगे बढ़ सकता है।
दोनों ही मौसम प्रणालियों के आपस में मिलने से 23-26 सितंबर के बीच पहाड़ियों पर और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानों में व्यापक बारिश होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तर मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के आस-पास के अधिंकाश इलाकों में भारी बारिश होगी।
आइए सप्ताहांत से शुरू होने मौसम के बदलते मिजाज पर राज्यवार डालते हैं एक नजर। हालांकि शुरूआत में मौसमी प्रणाली हल्की होगी लेकिन 24 सितंबर तक धीरे-धीरे इसकी रफ़्तार में इजाफा होगा।
पंजाब: पंजाब के पूर्वी और उत्तरी जिलों जैसे होशियारपुर, जलंधर, रुपनगर, नवांशहर, चंडीगढ़, फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, पटियाला, संगरूर, बरनाला और कपूरथला में 24-26 सितंबर के बीच भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी जिलों में बारिश की तीव्रता हल्की से मध्यम होगी। बारिश के अलावा कुछ स्थानों पर 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाएं चलेंगी।
हरियाणा: हरियाणा के कई जिलों में 24-27 सितंबर के बीच भारी बारिश होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। हालांकि, सिरसा और फतेहाबाद जैसे पश्चिमी जिलों में बारिश की तीव्रता हल्की होगी। कुछ स्थानों पर 40 से 60 किलोमीटर के बीच तेज हवाओं की भी संभावना है।
उत्तर प्रदेश: पश्चिम और मध्य उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 24-26 सितंबर के बीच भारी बारिश हो सकती है और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। एक या दो स्थानों पर बेहद भारी बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों जैसे सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, बरेली, बदायूं, बुलंदशहर, मेरठ, अलीगढ़ और कासगंज में बारिश की तीव्रता अधिक होगी। राजधानी लखनऊ भी बरसात से सराबोर हो सकती है, हालांकि बहुत भारी बारिश नहीं होगी।
दिल्ली: 22 सितंबर तक बारिश, राष्ट्रीय राजधानी और उससे सटे इलाकों जैसे गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद में दिखने लगेगी। बारिश की तीव्रता अलग-अलग स्थानों पर भिन्न होगी, कुछ जगहों पर तीव्र बारिश होगी। बारिश की गतिविधि 23 सितंबर के बाद तेजी से बढ़ेगी और हम एक या दो जगहों पर भारी बारिश के साथ मध्यम स्तर की बारिश की उम्मीद कर सकते हैं। बारिश का ये सिलसिला 26 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है।
मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश के कई हिस्सों, विशेष रूप से पूर्वी और उत्तरी इलाकों में 21-26 सितंबर के बीच भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
राजस्थान: पूर्वी राजस्थान के इलाकों, खास तौर से मध्य प्रदेश से लगे हुए इलाकों में 22-26 सितंबर के बीच सामान्य से भारी बारिश होगी।