देश के सबसे बड़े राज्यों में एक मध्य प्रदेश में बारिश का मॉनसूनी बारिश का झोंका अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समय पर आ रहा है। राज्य में बारिश की शुरुआत दक्षिण-पूर्वी भागों से हुई उसके बाद दक्षिण-पश्चिमी भागों पर मॉनसून सक्रिय हुआ। मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में जुलाई की शुरुआत से ही अच्छी बारिश हो रही है।
अब बारिश ने रुख उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भागों का रुख किया है। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय उत्तरी मध्य प्रदेश से होकर गुज़र रही है। इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के कई इलाकों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जबलपुर, गुना, ग्वालियर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, उमरिया, रीवा, सतना, रतलाम, उज्जैन सहित राज्य के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी शहरों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इन भागों में बारिश का यह दौर अगले 2-3 दिनों तक जारी रहेगा।
खंडवा, इंदौर, भोपाल, बेतुल, होशंगाबाद सहित दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी भागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्य प्रदेश पर बने मौसमी सिस्टम सक्रिय रहेंगे जिससे मॉनसून प्रभावी बना रहेगा और अगले 2-3 दिनों तक मध्य प्रदेश के ज़्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश देता रहेगा।
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तेज़ बारिश के चलते राज्य के अधिकांश शहरों में तापमान सामान्य से नीचे बने रहेंगे और गर्मी से व्यापक राहत मिलेगी। लेकिन निचले इलाकों में पानी भरने और नदियों में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुँचने की आशंका भी है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।