मध्य भारत में लंबे समय बाद सक्रिय हुआ है मॉनसून। राज्य के पूर्वी भागों से शुरू हुई बारिश अब दक्षिणी और पश्चिमी जिलों को भिगोने को तैयार है। बीते दिनों हिमालय के तराई क्षेत्रों में बनी मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय मध्य प्रदेश से होकर गुज़र रही है। इसके अलावा ओड़ीशा पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र भी मध्य प्रदेश में बारिश दे रहा है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह जल्द ही दक्षिणी मध्य प्रदेश और इससे सटे महाराष्ट्र के ऊपर पहुंचेगा। हालांकि यह सिस्टम मध्य प्रदेश पर पहुँचने के समय कमजोर हो चुका होगा और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन जाएगा। इसके बावजूद यह सिस्टम मॉनसून ट्रफ के साथ मिलकर अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में अच्छी बारिश देगा।
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जिन भागों में भारी वर्षा की उम्मीद है उनमें राजधानी भोपाल सहित इंदौर, धार, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद और खरगौन सहित दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा उज्जैन, गुना, ग्वालियर, खजुराहो और सागर में हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। मध्य प्रदेश के पूर्वी भागों में बारिश कम हो गई है। हालांकि जबलपुर, सतना, रीवा और छतरपुर में हल्की वर्षा कुछ स्थानों पर जारी रहेगी। मध्य प्रदेश पर गरज व वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद मौसमी सिस्टम कमजोर हो जाएंगे जिससे राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। हालांकि दक्षिण और पश्चिमी भागों में अगले 48 घंटों तक हल्की वर्षा की गतिविधियां बनी रह सकती हैं।
Image credit: Patrika
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