पूर्वी उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से मॉनसून चरम पर है। इसके चलते राज्य के पूर्वी हिस्सों विशेषकर तराई वाले भागों में बीते कई दिनों से व्यापक बारिश हो रही है। कुछ भागों में भीषण वर्षा भी दर्ज की गई है।
स्काइमेट के अनुसार बिहार और उससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते इन भागों में व्यापक वर्षा देखने को मिल रही है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा भी हिमलाय के तराई वाले क्षेत्रों में बनी हुई है। मॉनसून की इस रेखा के भी करीब आने के चलते उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम मॉनसूनी बारिश देखने को मिली।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले 24 घंटे राज्य के कई पूर्वी जिलों पर भारी रहेंगे क्योंकि वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर और सिद्धार्थनगर जैसे कई जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना बनी हुई है।
कुछ दिनों के पहले उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों में मॉनसूनी बारिश का आंकड़ा सामान्य से नीचे था। लेकिन हाल ही में हुई बारिश के चलते अब यहाँ सामान्य से 7 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। साथ ही अगले 24 से 48 घंटों तक बारिश होने की संभावना बनी हुई है इसलिए हमारा अनुमान है कि यह आंकड़े और ऊपर जाएंगे।
व्यापक मॉनसूनी बारिश के चलते राज्य के कई तराई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। सरयू और घाघरा जैसी स्थानीय नदियों में उनकी क्षमता से अधिक पानी आ गया है जिससे इन नदियों के आसपास के इलाकों में और अधिक बारिश की स्थिति में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
Image Credit: Livemint.com
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।