दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार की सुबह भी घने बादलों के बीच हुई और कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जैसी मान्यता है झमाझम बारिश सुबह से दोपहर तक देखने को मिली। इस समय मॉनसून की अक्षय रेखा का पश्चिमी सिरा दिल्ली के करीब बना हुआ है। इसके अलावा हरियाणा और इससे सटे उत्तर प्रदेश तथा मध्य उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र बने हुए हैं। साथ ही एक चक्रवाती सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ओड़ीशा के पास विकसित हो गया है।
इन सभी सिस्टमों के प्रभाव से दिल्ली और एनसीआर सहित उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में मॉनसूनी हवाएँ प्रभावी बनी हुई हैं और भारी बारिश हो रही है। मॉनसून एक्टिव है आज लगातार तीसरे दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों गाजियाबाद, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, गुरुग्राम, नोएडा में भी अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई। बीते दिनों से हो रही बारिश के कारण दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे चल रहे हैं और मौसम सुहावना बना हुआ है।
हालांकि एक सुहावना मौसम दिल्ली-एनसीआर के लोगों के राहत की बात होगा लेकिन दूसरी ओर जाम की समस्या भी बड़ी चुनौती बन जाती है। स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले 48 घंटों तक राजधानी दिल्ली और इसके आसपास मॉनसूनी हवाएं प्रभावी रहेगी। हालांकि भीषण बारिश की संभावना अगले 24 घंटों तक रहेगी। उसके बाद बारिश में कुछ कमी आएगी लेकिन मध्यम से भारी वर्षा की आसार 48 घंटों तक रहेंगे। उसके पश्चात मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली से दूर दक्षिण की ओर चली जाएगी जिससे 5 सितंबर से बारिश में कुछ कमी आएगी। हालांकि ऐसा नहीं है कि मौसम पूरी तरह से शुष्क हो जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार हो रही बारिश के चलते आंकड़ों में काफी सुधार आया है और राजधानी दिल्ली में बारिश सामान के आसपास पहुंच गई है। गौरतलब है कि सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून की वापसी शुरू हो जाती है और इसका अगला पड़ाव दिल्ली सहित उत्तर भारत के कुछ इलाके होते हैं। आमतौर पर दिल्ली-एनसीआर से 10 से 15 सितंबर के आसपास मॉनसून विदा होने लगता है। हालांकि इसमें अक्सर 15 से 20 दिन का उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलता है।
Image credit: IndiaTV
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।