मध्य और उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों से लू की स्थिति समाप्त हो गई है। हालांकि गुजरात के कुछ हिस्सों में अभी भी लू चल रही है। दिल्ली, दक्षिण हरियाणा और राजस्थान के आसपास के हिस्सों के तापमान 22 मार्च के बाद कम हो गए हैं। तापमान में गिरावट का कारण उत्तर पश्चिम भारत में चल रही मध्यम से तेज हवाओं को माना जा सकता है।
हमें आने वाले दिनों में किसी महत्वपूर्ण सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम लगभग शुष्क रहेगा। हालांकि, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊपरी इलाकों में छिटपुट बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान सहित उत्तर पश्चिमी भारत का मौसम भी शुष्क और गर्म रहेगा। हवा की स्थिति भी अब धीमी हो सकती है। हल्की हवाएँ और शुष्क मौसम एक बार फिर उत्तर पश्चिमी भारत के तापमान में वृद्धि करेगा जिससे दक्षिण हरियाणा और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बन जाएगी।
पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाओं के कारण पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के तापमान में वृद्धि होगी, जिससे लू चल सकती है। धीरे-धीरे उत्तर मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ के कुछ हिस्सों में भी लू चलेगी।
पूरे उत्तर पश्चिम और मध्य भारत का मौसम अप्रैल की शुरुआत तक शुष्क रहने की संभावना है। अप्रैल के महीने में प्री-मानसून गतिविधियां फिर से शुरू हो जाती हैं जो गर्म मौसम की स्थिति से कुछ राहत दे सकती हैं।