हरियाणा में इस सप्ताह कुछ इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होने के आसार हैं। खासकर पूर्वी हिस्सों में बारिश हो सकती है। पश्चिमी हरियाणा पर बारिश वाले बादल नहीं पहुँच पाएंगे जिससे बारिश के आसार पश्चिमी भागों में कम है।
उम्मीद है कि पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत और रोहतक में 25 सितंबर से 1 अक्टूबर तक यानि पूरे सप्ताह बारिश का मौसम कभी भी बनने की संभावना रहेगी। इन भागों में कुछ जगहों पर रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।
इस दौरान यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, जैसे हिमालय के तराई क्षेत्रों में एक-दो बार अच्छी बौछारें भी गिर सकती हैं।
दूसरी ओर फ़तेहाबाद, सिरसा, हिसार, जींद जैसे पश्चिमी जिलों में पूरे सप्ताह के दौरान मॉनसून सक्रिय नहीं होगा। मौसम लगभग पूरे सप्ताह शुष्क बना रहेगा।
इस मौसम के खेती पर असर
खड़ी फसलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहें ताकि अपेक्षित नमी बनी रहे। अत्यधिक सिंचाई करने से बचें।
फसलों में विभिन्न प्रकार के रोगों व कीटों का प्रकोप हो सकता है, इसलिए नियमित निगरानी करते रहें
मक्के में अंगमारी रोग हो सकता है, इससे बचाव के लिए जाइनेब या मैंकोज़ेब 600 ग्राम 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें। आवश्यकता होने पर 10-15 दिन के अंतर पर पुनः छिड़काव करें।
गन्ने में तना छेदक कीट की रोकथाम के लिए गन्ने के ऊपर का सूखा भाग काट कर नष्ट करते रहें। धान में खरपतवार ना रहने दें।
बासमती की फसल में तना छेदक कीट के प्रकोप की निगरानी करते रहें। लीची, अमरूद जैसे फलों के साथ गाजर, गोभी, मूली व पालक आदि सब्जियों की बुवाई करने का उचित समय।
Image Credit: DNA India
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