हरियाणा में अभी तक मॉनसून का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। यहां तक की, अब तक हरियाणा में मॉनसून बेहद कमजोर ही रहा है। पिछले कई दिनों से हरियाणा में अच्छी बारिश नहीं देखी गयी है। आगामी सप्ताह के दौरान भी हरियाणा में बारिश की संभावना काफी कम नजर आ रही है।
इस समय मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली के पास से होकर गुजार रही है तथा दक्षिण -पूर्व दिशा से नमी वाली हवाएँ चल रही हैं।
इस कारण, एक-दो स्थानों पर बहुत कम समय के लिए हल्की वर्षा हो सकती है। यह बारिश अंबाला, कुरुक्षेत्र, पानीपत व सोनीपत समेत उत्तरी तथा पूर्वी जिलों में 23 और 24 सितंबर यानि सोमवार और मंगलवार को देखने को मिल सकती है।
परंतु, इस बारिश का कोई खास असर राज्य में नहीं दिखेगा तथा मौसम गर्म, शुष्क तथा उमस भरा ही बना रहेगा और तो और, नमी में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।
किसानों के लिए सलाह
किसानो को चाहिए की इस समय धान में उचित नमी बनाए रखें, अन्यथा उपज में कमी आ सकती है। धान में 5 से 6 सेमी से अधिक गहरी सिंचाई न करें, संभव हो तो पानी हर हफ्ते बदलते रहें।
बाकी खड़ी फसलों जैसे कपास, मक्का, गन्ने आदि में भी आवश्यकतानुसार नमी बनाए रखें। यदि धान क पत्तों पर भूरे रंग के धब्बे दिखाई दें तो साफ दिनो में उचित छिड़काव करें। फसल में उग रही खर-पतवारों को निकाल कर नष्ट करें।
उमस के कारण गन्ने की फसल में कीटों का प्रकोप हो सकता है। टमाटर की नर्सरी तैयार करने व मध्य-कालीन गोभी की रोपाई करने के लिए अभी समय उचित है।
Image Credit: DNA India
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